दिवाली का त्योहार खुशियों और उजाले का त्योहार है। पूरा देश इन दिनों दिवाली की तैयारियों में जुटा है। कोई कोई घर की साफ-सफाई कर रहा है तो कोई घर को सजाने का सामान खरीद रहा है। माना जाता है कि दिवाली पर ही भगवान राम, लंकापति रावण का वध करके अयोध्या लौटे थे। जिसके उपलक्ष्य में लोगों ने दीयों से पूरी अयोध्या को सजा दिया था।
इसी पर्व को हर साल लोग दीवाली के त्योहार के रुप में मनाते हैं। इस साल दिवाली का ये पर्व 27 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इसी दिन लोग घर की साफ-सफाई भी करते हैं। मान्यता है कि घर की साफ-सफाई करने से दिवाली के दिन देवी लक्ष्मी का आगमन होता है। इसी दिन लोग अपने घरवालों और दोस्तों को उपहार भी देते हैं।
इन उपहोरों को देते समय कुछ ध्यान रखना भी बेहद जरूरी होता है। भूलकर भी दिवाली पर आप अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को ऐसा गिफ्ट ना दे बैठें जिससे अपशगुन हो जाए।
1. ध्यान दें अगर आप किसी को भगवान कृष्ण और अर्जुन के युद्धा में गीता को उपदेश दे रहे हो ऐसा चित्र ना तो किसी को उपहार में देना चाहिए ना ही किसी से लेना चाहिए।
2. दिवाली के समय अगर किसी को भगवान की मूर्ति गिफ्ट करना चाह रहे हैं तो ध्यान दे इसमें किसी भी देवी या देवता का उग्र रूप ना हो।
3. उपहार में अगर आप किसी को पेटिंग गिफ्ट करने की सोच रहे हों तो ध्यान रखें कि इस पेटिंग में रामायण, महाभारत, जंगली जानवर, अकाल और सूर्यास्त की तस्वीर ना हो। कहते हैं ऐसी तस्वीर देने से नेगेटिविटी फैलती है।
4. अगर आप मां लक्ष्मी की फोटो दे रहे हैं। तो ध्यान रखें लक्ष्मी मां उसमें बैठी हुई अवस्था में होनी चाहिए। शास्त्रों में लक्ष्मी जी का बैठना शुभ माना जाता है।
5. किसी को कभी भी गिरते हुए पानी की फोटो या पेड़-पौधों में कभी कांटे की तस्वीर या कैक्टस गिफ्ट नहीं करना चाहिए। इसे भी अशुभ माना जाता है।
6. दिवाली के समय किसी भी तरह का धारधार सामान या नुकीली चीज अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को दान नहीं करना चाहिए। कहते हैं इससे आपके और उनके रिश्ते में खटास आ जाती है।