Ganesh Chaturthi 2024: पुणे के दगडूशेठ हलवाई गणपति की सजावट देख मंत्रमुग्ध हो जाएंगे आप, 'महाआरती' की गूंज से शुरू हुआ गणेशोत्सव
By अंजली चौहान | Updated: September 7, 2024 14:44 IST2024-09-07T12:43:33+5:302024-09-07T14:44:06+5:30
Dagdusheth Ganpati Decoration 2024:गणेश चतुर्थी 2024 7 से 15 सितंबर तक है। भक्त देश भर में भगवान गणेश के पंडालों और मंदिरों में जाने के लिए समय निकालते हैं।

Ganesh Chaturthi 2024: पुणे के दगडूशेठ हलवाई गणपति की सजावट देख मंत्रमुग्ध हो जाएंगे आप, 'महाआरती' की गूंज से शुरू हुआ गणेशोत्सव
Dagdusheth Ganpati Decoration 2024:भगवान गणेश के अवतार दिवस रूप में मनाया जाने वाला त्योहार गणेश चतुर्थी आज से शुरू हो गया है। देश के अलग-अलग हिस्सों में गणपति महाराज के स्वागत का भव्य नजारा देखने को मिल रहा है। तमाम भक्तों का मंदिरों में पहुंचना जारी है। पूरे देश में भगवान गणेश की सबसे लोकप्रिय मूर्तियों में से एक दगडूशेठ गणपति हैं। दगडूशेठ हलवाई गणपति का मंदिर बहुत फेमस हैं जहां दूर-दूर से भक्त दर्शन के लिए आते हैं। यह मूर्ति पुणे के श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई गणपति मंदिर में स्थापित है। चूंकि आज गणेश चतुर्थी के दस दिवसीय पर्व की शुरुआत हो गई है ऐसे में पुणे स्थित मंदिर की वीडियो और फोटो सामने आई है जिसमें भक्त भव्य आरती कर रहे हैं।
हर साल, भक्त दगडूशेठ गणपति की सजावट देखने के लिए उत्सुक रहते हैं, और दगडूशेठ गणपति सजावट 2024 के लिए उत्साह कम नहीं है।
'महा आरती' के बाद, गणेश मूर्ति को सार्वजनिक मंडल में स्थापित करने के लिए ले जाया गया। भक्त भगवान गणेश के मुख दर्शन के लिए मंदिर जा सकते हैं। शनिवार, 7 सितंबर को सुबह 8:30 बजे गणेश आगमन मीरावनुक हुआ। सुबह 11:11 बजे प्राण प्रतिष्ठा समारोह संपन्न किया गया।
जानकारी के अनुसार, अभिषेक पूजा 8 से 16 सितंबर के बीच रोजाना सुबह 7:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक होगी। गणेश चतुर्थी, एक शुभ और महत्वपूर्ण त्योहार है, जिसे हर साल हिंदू मनाते हैं। इसे महाराष्ट्र में बड़े पैमाने पर मनाया जाता है। यह त्योहार भगवान गणेश को समर्पित है। गणेश चतुर्थी 2024 7 से 15 सितंबर तक है। भक्त देश भर में भगवान गणेश के पंडालों और मंदिरों में जाने के लिए समय निकालते हैं।
#WATCH | Pune, Maharashtra: 'Maha Arti' performed at Dagadusheth Halwai Ganapati temple. After the 'Maha Arti', Ganesh idol being taken to be installed at Sarvajanik Mandal. pic.twitter.com/X6QsXK2blp
— ANI (@ANI) September 7, 2024
बता दें कि इस मंदिर का निर्माण श्री दगडूशेठ हलवाई और उनकी पत्नी ने प्लेग महामारी में अपने बेटे को खोने के बाद करवाया था।