नई दिल्ली: क्रिसमस इस साल बहुत जल्द ही आने वाला है, यानी की आगामी 25 दिसंबर, 2023 को बनाया जाना है। इसी के मद्देनजर हम बात करेंगे कि आखिर 12 दिनों तक ये खास दिन क्यों मनाया जाता है और इसके क्या मायने हैं। इसकी पूरी जानकारी के लिए आपको हमारे साथ आगे बने रहकर पूरा लेख पढ़ना होगा।
क्रिसमस के 12 दिनों को 'ट्वेलवेटाइड' के नाम से भी जाना जाता है, जो मैरी के पुत्र यीशु के जन्म और तीन बुद्धिमान पुरुषों के आगमन से शुरू होता है। जबकि, जिन्हें नहीं पता होगा वो सोचते होंगे कि बारह दिन क्रिसमस से पहले हैं, वास्तव में यह बिल्कुल उलट है।
ऐसा माना जाता है कि इस दिन बेथलहम में मैरी और जोसेफ के घर ईसा मसीह का जन्म हुआ था। माना जाता है कि ईसा मसीह का जन्म 6 से 4 ईसा पूर्व के बीच हुआ था।
26 दिसंबर सेंट स्टीफंस डेट्वेल्वेटाइड का दूसरा दिन सेंट स्टीफन की शहादत की याद दिलाता है, जिन्हें ईसाई धर्म का पहला शहीद माना जाता है।
सेंट जॉन27 दिसंबर को यह दिन सेंट जॉन को श्रद्धांजलि दी जाती है। ये असल में ईसा मसीह से प्रेरित थे और उनके खास मित्रों में उनकी गिनती होती है।
फिलिस्तीनी शहर बेथलहम में क्या हुआ28 दिसंबर को किंग हीरोद द्वारा ईसा मसीह को ढूढ़ते समय कई लोगों और बच्चों को मार दिया था। यह घटना फिलिस्तीनी शहर बेथलहम में घटी थी।
सेंट थॉमस बेकेट29 दिसंबर, 1170 को सेंट थॉमस बेकेट को लंदन में मार दिया गया था। असल में 12वीं सदी में कैथोलिक चर्च पर राजा के अधिकार को चुनौती देने पर उन्हें मार दिया गया।
सेंट ईगविन30 दिसंबर को ईसाई समुदाय के लोग सेंट ईगविन ऑफ वर्सेस्टर को याद करते हैं। इनकी मृत्यु 30 दिसंबर, 717 एडी (यानी यीशु के 2000 साल बाद) को हुई थी।
नए साल का मौका31 दिसंबर को माना जाता है कि पोप सिलवेस्टर ने इसे सेलिब्रेट किया था, जिसके बाद इसे विश्व भर में मनाया जाना लगा। कई यूरोपियन देशों में 'न्यू ईयर' के मौके को सिलवेस्टर कहते हैं। इस दिन गेम्स का आयोजन होता है।
1 जनवरी ईसा मसीह की मां वर्जिन मैरी को समर्पित है।
ईसाई समुदाय के दो महत्वपूर्ण सेंट 9वें दिन यानी 2 जनवरी को ईसाई समुदाय के दो महत्वपूर्ण सेंट को याद किया जाता है, जिनका नाम सेंट बसिल द ग्रेट और सेंट ग्रेगरी नाजियाजेन।
ईसा मसीह का नाम3 जनवरी को माना जाता है कि ईसा मसीह का नाम इसी दिन रखा गया था।
सेंट शिमोन ऑफ स्टाइलाइट्स4 जनवरी को सेंट शिमोन ऑफ स्टाइलाइट्स का पर्व मनाया जाता है, जो 5वीं शताब्दी के एक सीरियाई तपस्वी थे, जिन्होंने अलेप्पो में एक स्तंभ के ऊपर 37 साल बिताए थे।
5 जनवरी5 जनवरी को एपिफेनी के मौके के रूप में मनाया जाता है, जो एपिफेनी से पहले की रात है, जिसे 6 जनवरी को मनाया जाता है। 12वें दिन पहले अमेरिकी धर्माध्यक्ष, इसके साथ ही सेंट जॉन नेपोमुसीन न्यूमैन का भी सम्मान किया जाता है।