Chhath Puja 2019: छठ पूजा में महिलाएं लगाती हैं लंबा पीला सिंदूर, जानिए क्या है खास वजह
By मेघना वर्मा | Updated: October 30, 2019 13:28 IST2019-10-30T13:28:53+5:302019-10-30T13:28:53+5:30
Chhath Puja 2019: इस साल छठ का ये पर्व 31 अक्टूबर को शुरू हो जाएगा। सिर्फ उत्तर भारत और बिहार के में ही नहीं बल्कि मुंबई और कलकत्ता जैसे शहरों में भी छठ का ये त्योहार मनाई जाएगी।

Chhath Puja 2019: छठ पूजा में महिलाएं लगाती हैं लंबा पीला सिंदूर, जानिए क्या है खास वजह
उत्तर भारत के सबसे प्रमुथ पर्वों में से एक है छठ पर्व। विशेषकर बिहार और उत्तर प्रदेश में इस व्रत की काफी मान्यता है। इस साल छठ का ये पर्व 31 अक्टूबर को शुरू हो जाएगा। सिर्फ उत्तर भारत और बिहार के में ही नहीं बल्कि मुंबई और कलकत्ता जैसे शहरों में भी छठ का ये त्योहार मनाई जाएगी। चार दिनों तक चलने वाला छठ पर्व सबसे कठिन व्रतों में से एक माना जाता है।
इस व्रत में भगवान सूर्य और छठी मईया की पूजा की जाती है। छठ को सुहाग की रक्षा के लिए भी महिलाएं रहती हैं। इस व्रत में महिलाएं पूजा के समय नाक से लेकर मांग तक का लंबा सा सिंदूर लगाती हैं। पर क्या आप जानते हैं इस लंबे से सिंदूर को क्यों लगाया जाता है। आइए हम बताते हैं आपको।
छठ पूजा में क्यों लगाते हैं लम्बा-पीला सिंदूर
सिंदूर को हिन्दू मान्यताओं में सुहाग की निशानी माना गया है। विवाहित महिलाओं के लिए सिंदूर को सबसे बड़ा श्रृंगार बताया गया है। छठ पर्व पर भी महिलाएं सिंदूर को अपने नाक से लेकर मांग तक भरती हैं। एक मान्यता के अनुसार ये कहा जाता है कि जितना लंबा सिंदूर होगा, पति की उम्र और उनकी तरक्की उतनी ही लम्बी होगी।
चूंकी छठ का पर्व छठी मैया से वरदान पाने का होता है तो इस दिन महिलाएं अपने सुहाग के लिए तरक्की और सफलता के लिए प्रार्थना करती हैं।
छठ पर सिंदूर लगाने की मान्यता
एक मान्यता ये भी है कि जो महिलाएं छठ के दिन अपने सिंदूर को छिपा कर लगाती हैं उनके पति समाज में छिप जाते हैं। उन्हें उनके व्यक्तित्व के अनुकूल सम्मान नहीं मिलता। यहीं कारण है कि छठ के दिन महिलाओं को लंम्बा और गाढ़े रंग का सिंदूर लगाना चाहिए।
ऐसे लगाएं सिंदूर
अगर आप छठ का व्रत रख रही हैं तो पूजन के समय सिंदूर जरूर लगाएं। इसे लगाने के लिए इसे नाक से लगाना शुरू करें और मांग के बीच तक ले जाएं। ये ना सिर्फ शुभ माना गया है बल्कि मान्यता है कि इससे पति की उम्र भी बढ़ती है।

