Chandra Grahan 2020: एक महीने में लगने वाला है 2 ग्रहण, सूतक काल के समय करें ये काम
By मेघना वर्मा | Published: May 24, 2020 01:03 PM2020-05-24T13:03:23+5:302020-05-24T13:03:39+5:30
हिन्दू धर्म में ग्रहण को काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। ग्रहण को आस्था की नजर से देखा जाता है।
साल 2020 खगोलिय रूप से महत्पूर्ण बताया गया है। इस साल ना सिर्फ अलग-अलग खगोलीय घटनाएं हो रही हैं बल्कि इस साल बहुत सारे ग्रहण भी हैं। खास ये है कि इस साल एक ही महीने में दो ग्रहण एक साथ लग रहे हैं। आने वाले जून के महीने में ये दोनों ग्रहण लगेंगे।
हिन्दू धर्म में ग्रहण को काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। ग्रहण को आस्था की नजर से देखा जाता है। ग्रहों की चाल और राशि बदलने का असर क्या पड़ेगा इस बात को भी देखा जाता है। ग्रहण का हमारे जीवन पर भी प्रभाव पड़ता है। इस साल पड़ने वाले ग्रहण की बात करें तो ये ग्रहण भारत समेत यूरोप, अफ्रीका, एशिया और ऑस्ट्रेलिया में दिखाई देगा। वहीं अगले महीने यानी जून में दो ग्रहण लगने वाले हैं।
इस महीने लग रहा है दो ग्रहण
इस जून महीने में 5 जून को चंद्र ग्रहण लगेगा। वहीं जून की ही 21 तारीख को लग फिर से ग्रहण लग रहा है। ये सूर्य ग्रहण होगा। दोनों ही ग्रहण भारत में समेत दक्षिण पूर्व यूरोप और एशिया में दिखाई देंगे। इस साल कुल 6 ग्रहण लगने वाले हैं। जिसमें से पहला ग्रहण 10 जनवरी को लग चुका है।
क्या होगा ग्रहण का समय
5 जून को लगने वाला चंद्र ग्रहण रात 11 बजकर 15 मिनट से शुरू होगा जो 6 तारीख को 2 बजकर 34 मिनट तक रहेगा। यह एक उपच्छाया चंद्र ग्रहण होगा। ज्योतिष के अनुसार इसका कोई सूतक काल मान्य नहीं होगा। इस ग्रहण को हम अपनी नंगी आंखों से देख नहीं पाएंगे।
वहीं सूर्य ग्रहण जो 21 जून को लग रहा है उसका समय सुबह 9 बजकर 15 मिनट से शुरू होगा जो दोपहर 3 बजकर 3 मिनट तक रहेगा। इस ग्रहण को लम्बा ग्रहण कहा जा सकता है क्योंकि इसकी अवधि 5 घंटे 48 मिनट की होगी। ये ग्रहण आषाढ़ कृष्ण अमावस्या के दिन भारत में खंडग्रास के रूप में दिखाई देगा।
सूतक के समय करें ये काम
1. सूतक लगने से पहले आपके पास जो भी खाने की सामग्री है जैसे दूध, दही आदि इन सभी में तुलसी के पत्ते जरूर डालें। सिर्फ यही नहीं आप चाहें तो पानी से भरे पात्रों में भी तुलसी का पत्ता डाले।
2. सूतक से पहले घर के मंदिरों पर पर्दा लगा दें या उन्हें बंद कर दें। सूतक के समय भगवान की पूजा नहीं की जाती। इसलिए उन्हें बंद ही रखें।
3. सूतक के समय या ग्रहण के दौरान भगवान का जाप करें और धार्मिक पुस्तकें पढ़ें। सिर्फ यही नहीं आप अपने ईष्ट देव की उपासना में मंत्रों का उच्चारण भी कर सकते हैं।
4. सूतक खत्म हो जाने के बाद पूरे घर की साफ-सफाई करें। रखें हुए जल को प्रवाहित कर दें या पेड़ों में डाल दें। नए बर्तन में नए पानी भरें। साथ ही ग्रहण के खत्म हो जाने के बाद ही ताजा खाना बनाएं।
5. ग्रहण या सूतक खत्म होने के बाद मंदिर के कपाट खोले दें और मंदिर की भी साफ-सफाई करें। भगवान के सामने घी का दीया जलाएं।
6. सूतक खत्म हो जाने के बाद पीने का पानी बदल लें। साथ ही जरूरतमंद को खाना जरूर खिलाएं। मान्यता है सूतक खत्म होने के बाद ऐसा करने से घर की दरीद्रता दूर होती है।