लाइव न्यूज़ :

Chaitra Navratri 2022: इस तारीख से चैत्र नवरात्रि व्रत होंगे प्रारंभ, घोड़े पर सवार होकर आएंगी मां दुर्गा, जानें क्या है इसका संकेत

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: March 28, 2022 13:45 IST

इस नवरात्रि मां दुर्गा की सवारी घोड़े पर आ रही है, इसका अर्थ यह है कि इस वर्ष शासन सत्ता को विरोध का सामना करना पड़ सकता है।

Open in App

Chaitra Navratri 2022:चैत्र नवरात्रि व्रत इस बार 2 अप्रैल, शनिवार से प्रारंभ होंगे, जो 11 अप्रैल, सोमवार तक चलेंगे। हिन्दू पंचांग के अनुसार, चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के दिन कलश स्थापना के साथ इस व्रत का प्रारंभ होता है और कन्या पूजन के साथ नौ दिनों तक चलने वाले इस व्रत का समापन होता है।  इस दौरान शक्ति की देवी मां दुर्गा की विशेष पूजा करने की परंपरा है। नवरात्रि की शुरुआत शनिवार से हो रही है इसलिए मां की सवारी अश्व यानी घोड़ा माना जाएगा। 

दिन के अनुसार होती है मां की सवारी तय

शास्त्रों के अनुसार, मां दुर्गा सिंह की सवारी करती हैं, लेकिन जब वे धरती पर आती हैं तो उनकी सवारी बदल जाती है। दिन के अनुसार, उनकी सवारी तय होती है। यदि मंगलवार या फिर शनिवार को नवरात्रि शुरू हो रही है तो मां घोड़े पर सवार होकर आएंगी। इसी प्रकार से वह जिस दिन विदा होती हैं, उस दिन के आधार पर प्रस्थान की सवारी तय होती है।  

मां के आगमन और प्रस्थान का महत्व

शास्त्रों में कहा गया है कि मां दुर्गा का अश्व पर आना गंभीर माना जाता है। भागवत पुराण के अनुसार, मां दुर्गा जब घोड़े की सवारी करते हुए नवरात्रि में आती हैं तो इसका असर कई चीजों पर देखने को मिलता है। घोड़ा युद्ध का प्रतीक है। इस नवरात्रि मां दुर्गा की सवारी घोड़े पर आ रही है, इसका अर्थ यह है कि इस वर्ष शासन सत्ता को विरोध का सामना करना पड़ सकता है। कुछ जगहों पर सत्ता में परिवर्तन भी देखने को मिल सकता है। वहीं इस बार चैत्र नवरात्रि की नवमी ति​​थि 10 अप्रैल दिन रविवार को है और रविवार या सोमवार को मां दुर्गा भैंसे की सवारी करती हैं। भैंसे की सवारी का अर्थ है रोग, दोष और कष्ट का बढ़ना। 

माता के नौ स्वरूपों की होगी पूजा

पहला दिन- माता शैलपुत्रीदूसरा दिन- ब्रह्मचारिणीतीसरा दिन- चंद्रघंटाचौथा दिन- कूष्मांडापांचवा दिन- स्कंध माताछठा दिन- कात्यायिनीसातवां दिन- कालरात्रिआठवां दिन- महागौरीनौवां दिन- सिद्धिदात्री  

चैत्र नवरात्रि घटस्थापना मुहूर्त 2022

चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि प्रारंभ - 1 अप्रैल 2022 को सुबह 11:53 बजे से चैत्र शुक्ल प्रतिपदा का समापन - 2 अप्रैल 2022 को सुबह 11:58 बजेघटस्थापना के लिए शुभ मुहूर्त -  2 अप्रैल 2022, शनिवार की सुबह 06:22 बजे से 08:31 बजे तक मुहूर्त की कुल अवधि - 02 घण्टे 09 मिनट 

टॅग्स :चैत्र नवरात्रिमां दुर्गाहिंदू त्योहार
Open in App

संबंधित खबरें

पूजा पाठMargashirsha Purnima 2025 Date: कब है मार्गशीर्ष पूर्णिमा? जानिए तिथि, दान- स्नान का शुभ मुहूर्त, चंद्रोदय का समय और महत्व

पूजा पाठDecember Vrat Tyohar 2025 List: गीता जयंती, खरमास, गुरु गोबिंद सिंह जयंती, दिसंबर में पड़ेंगे ये व्रत-त्योहार, देखें पूरी लिस्ट

पूजा पाठVivah Panchami 2025: विवाह पंचमी 25 नवंबर को, वैवाहिक जीवन में प्रेम बढ़ाने के लिए इस दिन करें ये 4 महाउपाय

भारतदरगाह, मंदिर और गुरुद्वारे में मत्था टेका?, बिहार मतगणना से पहले धार्मिक स्थल पहुंचे नीतीश कुमार, एग्जिट पोल रुझान पर क्या बोले मुख्यमंत्री

पूजा पाठKartik Purnima 2025: कार्तिक पूर्णिमा आज, जानें महत्व, पूजा विधि और शुभ मुहूर्त

पूजा पाठ अधिक खबरें

पूजा पाठसभ्यता-संस्कृति का संगम काशी तमिल संगमम

पूजा पाठAaj Ka Rashifal 06 December 2025: आज आर्थिक पक्ष मजबूत, धन कमाने के खुलेंगे नए रास्ते, पढ़ें दैनिक राशिफल

पूजा पाठPanchang 06 December 2025: जानें आज कब से कब तक है राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त का समय

पूजा पाठAaj Ka Rashifal 05 December 2025: आज 4 राशिवालों पर किस्मत मेहरबान, हर काम में मिलेगी कामयाबी

पूजा पाठPanchang 05 December 2025: जानें आज कब से कब तक है राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त का समय