27 जुलाई को सदी का सबसे बड़ा ग्रहण, गर्भवती महिलाएं इन 3 बातों का रखें ध्यान
By मेघना वर्मा | Published: June 29, 2018 12:03 PM2018-06-29T12:03:50+5:302018-06-29T12:03:50+5:30
जिन लोगों का जन्म उत्तराषाढ़ा-श्रवण नक्षत्र और जन्म राशि मकर या लग्न मकर है उनके लिए ग्रहण अशुभ रहेगा।
भारतीय मान्यताओं में ग्रहण का अत्यधिक महत्व माना गया है। इस साल भी सदी का सबसे बड़ा चन्द्रग्रहण लगने जा रहा है। जी हां जुलाई में होने जा रही इस खगोलीय घटना को इस सदी की सबसे बड़ी घटना बताई जा रही है। इसके सबसे बड़े होने का पता इस बात से भी लगाया जा सकता है कि 27 और 28 जुलाई को पड़ने वाले इस ग्रहण के पहले 11 जुलाई और बाद में यानी 11 अगस्त को दो खंडग्रास सूर्यग्रहण भी पड़ रहा है। इस वजह से एक ओर जहां खग्रास इस चंद्रग्रहण को ज्योतिषीय प्रभाव गहरा होगा वहीं गर्भवती महिलाओं पर भी इसका खास असर होगा। आप भी जानिए क्या होगा इसका असर और ग्रहण के दौरान क्या ना करें गर्भवती महिलाएं।
3 घंटे 55 मिनट तक रहेगा लम्बा ग्रहण
उत्तराषाढ़ा-श्रवण नक्षत्र तथा मकर राशि में लगने वाला यह ग्रहण 27 जुलाई की मध्यरात्रि से प्रारंभ होकर 28 जुलाई को तड़के समाप्त होगा। रात 11 बजकर 54 मिनट से लगने वाला यह ग्रहण कुल 3 घंटे 55 मिनट का रहेगा। जिन लोगों का जन्म उत्तराषाढ़ा-श्रवण नक्षत्र और जन्म राशि मकर या लग्न मकर है उनके लिए ग्रहण अशुभ रहेगा। मेष, सिंह, वृश्चिक व मीन राशि वालों के लिए यह ग्रहण श्रेष्ठ, वृषभ, कर्क, कन्या और धनु राशि के लिए ग्रहण मध्यम फलदायी तथा मिथुन, तुला, मकर व कुंभ राशि वालों के लिए अशुभ रहेगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस खग्रास चंद्रग्रहण का सूतक आषाढ़ पूर्णिमा शुक्रवार दिनांक 27 जुलाई को ग्रहण प्रारंभ होने के तीन प्रहर यानी 9 घंटे पहले लग जाएगा। यानी 27 जुलाई को दोपहर 2 बजकर 54 मिनट पर लग जाएगा।
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गर्भवती महिलाएं इन 3 चीजों का रखें ध्यान
1. ना जाएं बाहर
ग्रहण का सबसे अधिक प्रभाव गर्भवती महिलाओं पर पड़ता है। इस लिए उन्हें ग्रहण के समय कुछ खास चीजों का ध्यान रखना होगा। सबसे पहले तो गर्भवती महिलाओं को कोशिश करनी चाहिए कि वह ग्रहण के समय कतई घर से ना निकलें। अगर ऐसा करना सम्भव नहीं है तो आप अपने पेट पर चंदन और तुलसी के पत्तों का लेप लगाकर ही बाहर निकलें कोशिश करें कि बिल्कुल भी बाहर ना निकलें।
2. सिर्फ वहीं खाएं जिनमें तुलसी के पत्ते या कुश डला हो
गर्भवती महिलाओं को सूतक के दौरान सिर्फ उन चीजों को ही खाना चाहिए जिनमें तुलसी के पत्ते या कुश के पत्ते पडे़ हों। ऐसा करने से ग्रहण का प्रभाव नहीं पड़ता। वैसे तो सूतक के दौरान कुछ खाना सही नहीं है लेकिन गर्भवती महिलाओं को कुछ ना कुछ खाते रहना चाहिए इसलिए वही चीजें खाएं जिनमें तुलसी के पत्ते पड़े हों।
3. धारदार चीजों को ना छूएं
गर्भवती स्त्रियां ग्रहण के दौरान चाकू, छुरी, ब्लेड, कैंची जैसी काटने की किसी भी वस्तु का प्रयोग न करें। इससे गर्भ में पल रहे बच्चे के अंगों पर बुरा असर पड़ता है। सुई से सिलाई भी न करें। माना जाता है इससे बच्चे के कोई अंग जुड़ सकते हैं।