बिहार चुनावः अब भी BJP का गेम बिगाड़ना चाहती है कांग्रेस! नीतीश से दिग्विजय ने कहा..
By गुणातीत ओझा | Published: November 11, 2020 03:37 PM2020-11-11T15:37:30+5:302020-11-11T15:53:00+5:30
बिहार चुनावी नतीजों की घोषणा के साथ सियासी घमासान ने रफ्तार पकड़ ली है। एनडीए की जीत के बाद विपक्षी खेमा आगे की रणनीति बनाने में जुट गया है।
बिहार चुनावी नतीजों की घोषणा के साथ सियासी घमासान ने रफ्तार पकड़ ली है। एनडीए की जीत के बाद विपक्षी खेमा आगे की रणनीति बनाने में जुट गया है। इस कड़ी में कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने नीतीश कुमार को लेकर ट्वीट किया है। दिग्विजय चाहते हैं नीतीश भाजपा का साथ छोड़ कर तेजस्वी के सिर पर हाथ रख दें। उन्होंने कहा कि नीतीश जी, लालू जी ने आपके साथ संघर्ष किया है आंदोलनों मे जेल गए हैं। भाजपा/संघ को छोड़िए। देश को बर्बादी से बचाइए। दिग्विजय के इस ट्वीट पर कांग्रेस ने अपना पल्ला झाड़ लिया है। दूसरी ओर, भाजपा ने कांग्रेस नेता पर पलटवार किया है।
बिहार चुनाव के नतीजों के बाद बुधवार की सुबह दिग्जिवय सिंह ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए। इन ट्वीट्स में कांग्रेस नेता ने सीधे तौर पर नीतीश कुमार से भाजपा का साथ छोड़ने की अपील की। दिग्विजय ने कहा, 'नीतीश जी, बिहार आपके लिए छोटा हो गया है, आप भारत की राजनीति में आ जाएं। सभी समाजवादी धर्मनिरपेक्ष विचारधारा में विश्वास रखने वाले लोगों को एकमत करने में मदद करें। संघ की अंग्रेजों की ओर से पनपाई 'फूट डालो और राज करो' की नीति ना पनपने दें। इसपर विचार जरूर करें।'
दिग्विजय सिंह ने अगले ट्वीट में लिखा, 'यही महात्मा गांधी जी और जयप्रकाश नारायण जी के प्रति सही श्रद्धांजलि होगी। आप उन्हीं की विरासत से निकले राजनेता हैं वहीं आ जाइए। आपको याद दिलाना चाहूंगा जनता पार्टी संघ की Dual Membership के आधार पर ही टूटी थी। भाजपा/संघ को छोड़िए। देश को बर्बादी से बचाइए।'
कांग्रेस नेता ने लिखा, भाजपा/संघ अमरबेल के समान हैं, जिस पेड़ पर लिपट जाती है वह पेड़ सूख जाता है और वह पनप जाती है। नीतीश जी, लालू जी ने आपके साथ संघर्ष किया है आंदोलनों मे जेल गए हैं। भाजपा/संघ की विचारधारा को छोड़ कर तेजस्वी को आशीर्वाद दे दीजिए। इस 'अमरबेल' रूपी भाजपा/संघ को बिहार में मत पनपाओ।'
दिग्विजय सिंह के इस बयान पर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पलटवार किया। उन्होंने कहा, दिग्विजय सिंह का बयान हार की पीड़ा है। मीडिया में बने रहने का ये तरीका है उनकी बातों पर टिप्पणी नहीं करना चाहता। दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी ने दिग्विजय के ट्वीट से खुद को अलग कर लिया है। पार्टी नेता ने कहा कि ये उनका विचार है, इसका पार्टी से लेना देना नहीं है।