Saraswati Puja: 'ॐ जय सरस्वती माता', यहां पढ़ें सरस्वती माता की पूरी आरती
By उस्मान | Published: January 30, 2020 09:13 AM2020-01-30T09:13:42+5:302020-01-30T10:42:14+5:30
Basant Panchami 2020 Saraswati Puja Shubh Muhurat, Aarti in Hindi: जानें सरस्वती पूजा का शुभ मुहूर्त कितने बजे है
Saraswati Puja: पंचमी तिथि बुधवार से है शुरू दरअसल, पंचांग के अनुसार पंचमी तिथि की शुरुआत बुधवार (29 जनवरी) सुबह 10.45 बजे से हो चुकी है और इसका समापन आज (30 जनवरी) दोपहर 1.19 बजे होगा। हिंदू धर्म में सूर्योदय के साथ तिथि का महत्व माना गया है। इसलिए उदया तिथि को माने तो सरस्वती पूजा आज मनाई जा रही है।
सरस्वती पूजा का शुभ मुहूर्त ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक दोपहर 1.29 बजे तक पंचमी तिथि है। सरस्वती पूजा पर गुरुवार को अमलकीर्ति और अनफा योग बन रहा है। चंद्रमा से दशम भाव में किसी ग्रह के रहने पर अमलकीर्ति योग और सूर्य को छोड़ चंद्रमा के द्वादश भाव में कोई ग्रह रहता है, तब अनफा योग बनता है। ऐसे में आज पंचमी खत्म होने तक कभी भी पूजा की जा सकती है।
जय सरस्वती माता आरती (Jai Saraswati Mata Aarti in Hindi)
ॐ जय सरस्वती माता, जय जय सरस्वती माता
सदगुण वैभव शालिनी, सदगुण वैभव शालिनी
त्रिभुवन विख्याता, जय जय सरस्वती माता
ॐ जय सरस्वती माता, जय जय सरस्वती माता
सदगुण वैभव शालिनी, सदगुण वैभव शालिनी
त्रिभुवन विख्याता, जय जय सरस्वती माता
चन्द्रबदनि पद्मासिनि, कृति मंगलकारी
मैय्या कृति मंगलकारी
सोहे शुभ हंस सवारी, सोहे शुभ हंस सवारी
अतुल तेज धारी
जय जय सरस्वती माता
बाएं कर में वीणा, दाएं कर माला
मैय्या दाएं कर माला
शीश मुकुट मणि सोहे, शीश मुकुट मणि सोहे
गल मोतियन माला
जय जय सरस्वती माता
देवी शरण जो आए, उनका उद्धार किया
मैय्या उनका उद्धार किया
बैठी मंथरा दासी, बैठी मंथरा दासी
रावण संहार किया
जय जय सरस्वती माता
विद्यादान प्रदायनि, ज्ञान प्रकाश भरो
जन ज्ञान प्रकाश भरो
मोह अज्ञान की निरखा, मोह अज्ञान की निरखा
जग से नाश करो
जय जय सरस्वती माता
धूप, दीप, फल, मेवा, माँ स्वीकार करो
ओ माँ स्वीकार करो
ज्ञानचक्षु दे माता, ज्ञानचक्षु दे माता
जग निस्तार करो
जय जय सरस्वती माता
माँ सरस्वती की आरती, जो कोई जन गावै
मैय्या जो कोई जन गावै
हितकारी सुखकारी हितकारी सुखकारी
ज्ञान भक्ति पावै
जय जय सरस्वती माता
जय सरस्वती माता, जय जय सरस्वती माता
सदगुण वैभव शालिनी, सदगुण वैभव शालिनी
त्रिभुवन विख्याता
जय जय सरस्वती माता
ॐ जय सरस्वती माता, जय जय सरस्वती माता
सदगुण वैभव शालिनी, सदगुण वैभव शालिनी
त्रिभुवन विख्याता, जय जय सरस्वती माता