Bada Mangal 2020: तीसरा बड़ा मंगलवार आज, चढ़ाएं ये 1 चीज-मिलेगी दुखों से मुक्ति
By मेघना वर्मा | Published: May 26, 2020 11:30 AM2020-05-26T11:30:54+5:302020-05-26T11:30:54+5:30
इस बार ज्येष्ठ में चार मंगलवार पड़ने वाले हैं। ये तीसरा मंगलवार है। चौथा मंगलवार 2 जून को पड़ेगा। इस दिन भगवान हनुमान की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है।
ज्येष्ठ माह के मंगलवार को बड़ा मंगलवार के नाम से जाना जाता है। इस महीने में हनुमान जी की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है। इस बार ज्येष्ठ में चार मंगलवार पड़ने वाले हैं। ये तीसरा मंगलवार है। चौथा मंगलवार 2 जून को पड़ेगा। इस दिन भगवान हनुमान की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है।
उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में इस पर्व को बड़ी धूम से मनाया जाता है। खासकर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इस पर्व को पूरे उल्लास के साथ मनाया जाता है। मगर इस बार लॉकडाउन और कोरोना वायरस के चलते ऐसा करना संभव भी नहीं और उचित भी।
हुई थी श्रीराम से मुलाकात
माना जाता है कि ज्येष्ठ माह के महीने में पड़ने वाले मंगलवार को ही हनुमान जी की मुलाकात प्रभु श्रीराम से हुई थी। इसलिए इस माह में पड़ने वाले हर मंगलवार को सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता है। बड़ा मंगलवार के दिन लोग बजरंगबली की पूजा करते हैं। मान्यता है इस दिन बजरंग बली की पूजा करने से सभी कष्ट दूर होते हैं।
भगवान शिव के 12 रूद्र अवतार
माना जाता है कि शिव ने 12 रुद्र अवतार लिए थे। जिनमें सर्वश्रेष्ठ माने जाते हैं। बताया जाता है कि एक बार लखनऊ के नवाब सआदतअली खां काफी बीमार हो गए थे। उनके बेहतर स्वास्थ्य के लिए मां छतर कुंबर ने हनुमान जी से मन्नत मांगी थी। मन्नत पूरी होने के बाद उन्होंने अलीगंज में हनुमान मंदिर बनवाया था।
ऐसे करें पूजा
ज्येष्ठ माह में आने वाले मंगलवार के दौरान मंदिरों में खास रौनक दिखती है मगर लॉकडाउन के बाद ऐसा करना ना तो संभव है और ना ही उचित। इस दिन हनुमान चालिसा का पाठ करना चाहिए। इस दिन हनुमान का मंत्र पढ़ना भी शुभ माना जाता है। आप हनुमान जी को चना, गुड, मीठी पूड़ी आदि प्रसाद चढ़ाना चाहिए।
चढ़ाएं लाल सिंदूर
बड़ा मंगलवार को हनुमान जी को लाल सिंदूर अर्पित करना चाहिए। मान्यता है ऐसा करने से समस्त दुखों से मुक्ति मिलती है। मंगलवार को अगर सुबह बरगद के पेड़ के एक पत्ते को तोड़कर गंगा जल से धोकर हनुमान जी को अर्पित करें तो धन की आवक बढ़ती है। आर्थिक संकटों से मुक्ति मिलती है।