घर में रखते हैं भगवान की मूर्ति.. जान लें ये जरूरी बातें, वास्तु सही नहीं रहा तो पड़ जाएंगे मुश्किल में
By गुणातीत ओझा | Published: June 11, 2020 05:10 PM2020-06-11T17:10:56+5:302020-06-11T17:10:56+5:30
अक्सर ऐसा होता है कि हम घर के इंटीरियर पर तो बहुत ध्यान देते हैं लेकिन घर में बने पूजा वाले मंदिर की ओर ध्यान नहीं देते। वास्तुशास्त्र के अनुसार पूजा घर में सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने के लिए कुछ उपाय करने बेहद जरुरी है..
Home Temple: आस्था में विश्वास रखने वाले लोग अपने घर में भी भगवान की मूर्ति रखते हैं। शास्त्रों में कहा गया है कि घर में भगवान की मूर्ति रख सकते हैं, लेकिन कुछ विशेष ध्यान भी रखना होता है। अमूमन होता है कि लोग अपने घर के इंटीरियर पर ध्यान देने के चक्कर में घर में बने मंदिर की ओर ध्यान नहीं देते। वास्तुशास्त्र के अनुसार पूजा घर में सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने के लिए कुछ उपाय करने बेहद जरुरी है, जैसे मंदिर में भगवान की मूर्ति किस तरह से रखी है, इस बात का भी खास ख्याल रखा जाना चाहिए। आइए आपको बताते हैं वास्तु के अनुसार घर के मंदिर के बारे में अहम बातें..
-मंदिर में भगवान की मूर्तियों को सामने की तरफ रखना चाहिए। मंदिर या घर की किसी और जगह पर भी भगवान की मूर्ति कभी भी इस तरह नहीं रखनी चाहिए कि उसके पीछे का भाग, यानी पीठ दिखाई दे। मूर्ति बिल्कुल सामने से दिखनी चाहिए।
-पूजा घर में कभी भी गणेश जी की दो से अधिक मूर्तियां या तस्वीर नहीं रखनी चाहिए। अन्यथा यह शुभ फलदायी नहीं होता।
-घर की दो अलग-अलग जगहों पर एक भगवान की दो तस्वीर हो सकती हैं, लेकिन एक ही जगह पर एक भगवान की दो तस्वीरें नहीं रखनी चाहिए।
-भगवान की ऐसी मूर्ति या तस्वीर भी मंदिर में नहीं रखनी चाहिए, जो युद्ध की मुद्रा में हो या जिसमंं भगवान का रौद्र रूप हो।
-खंडित मूर्तियों को भी घर में नहीं रखना चाहिए। उन्हें तुरंत विसर्जित कर देना चाहिए। घर में हमेशा सौम्य, सुंदर और आशीर्वाद की मुद्रा वाली भगवान की मूर्तियां ही लगानी चाहिए। इससे घर या मन्दिर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।