Ashadha Amavasya 2025: आषाढ़ अमावस्या 25 जून को, जानिए स्नान-दान मुहूर्त, पितरों के तर्पण और श्राद्ध का समय

By रुस्तम राणा | Updated: June 21, 2025 16:07 IST2025-06-21T16:00:28+5:302025-06-21T16:07:30+5:30

इस वर्ष आषाढ़ अमावस्या के दिन वृद्धि योग, वेशी योग, गुरु आदित्य योग का शुभ संयोग बनेगा। साथ ही साथ आषाढ़ अमावस्या पर गजकेसरी योग का भी सुंदर संयोग बन रहा है। इस समय दान पुण्य आदि काम उत्तम माने जाएंगे।

Ashadha Amavasya 2024 date and time of tarpan and Shradh of ancestors | Ashadha Amavasya 2025: आषाढ़ अमावस्या 25 जून को, जानिए स्नान-दान मुहूर्त, पितरों के तर्पण और श्राद्ध का समय

Ashadha Amavasya 2025: आषाढ़ अमावस्या 25 जून को, जानिए स्नान-दान मुहूर्त, पितरों के तर्पण और श्राद्ध का समय

Ashadha Amavasya 2025: आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या ति​थि को आषाढ़ अमावस्या होती है। इस दिन पवित्र नदी में स्नान करने, ध्यान पूजन करने और दान-पुण्य करने का विशेष महत्व है। इसके साथ ही आषाढ़ अमावस्या पर विधिपूर्वक पूजन करने और दान करने से पापों से मुक्ति मिलती है। इस वर्ष आषाढ़ अमावस्या के दिन वृद्धि योग, वेशी योग, गुरु आदित्य योग का शुभ संयोग बनेगा। साथ ही साथ आषाढ़ अमावस्या पर गजकेसरी योग का भी सुंदर संयोग बन रहा है। इस समय दान पुण्य आदि काम उत्तम माने जाएंगे।

कब है आषाढ़ अमावस्या 2025?

हिन्दू पंचांग के अनुसार, इस बार आषाढ़ अमावस्या 25 जून, बुधवार को है। आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि 24 जून को शाम 7 बजे शुरू होगी और 25 जून को शाम 4.02 बजे समाप्त होगी।

तर्पण और दान पुण्य के लिए शुभ समय 

आषाढ़ अमावस्या के दिन आप सुबह 5 बजे से सुबह 11 बजे तक स्नान-दान, पूजा-पाठ और पितरों का तर्पण कर सकते हैं।

हलहारिणी अमावस्या

आषाढ़ अमावस्या को हलहारिणी अमावस्या भी कहते हैं। हलहारिणी अमावस्या केवल पितृ तर्पण के लिए ही नहीं, बल्कि किसानों के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है। इस दिन किसानों के द्वारा इस दिन हल और खेती से संबंधित उपकरणों की पूजा की जाती है और भगवान से अच्छी फसल और अधिक उत्पादन के लिए प्रार्थना भी करते हैं। 

आषाढ़ अमावस्या पर इन चीजों का करें दान

आषाढ़ी आमावस्या पर स्नान के पश्चात दान करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है। इस दिन आप गरीब या जरुरतमंद लोगों में तिल, तेल, चावल, चद्दर, छाता, चना, खिचड़ी, पुस्तक, साबूदाना, मिठाई, चने की दाल, अन्न, वस्त्र, रुई, उड़द की दाल बांट सकते हैं।  इसके साथ ही पशु-पक्षियों को अन्न और दाना खिलाना चाहिए। आषाढ़ अमावस्या बुधवार के दिन है इसलिए आप अगर इस दिन गाय को हरा चारा खिलाते हैं तो करियर के क्षेत्र में शुभ फलों की प्राप्ति आपको हो सकती है।
 

Web Title: Ashadha Amavasya 2024 date and time of tarpan and Shradh of ancestors

पूजा पाठ से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे