एक परफेक्ट लाइफ जीने की इच्छा है तो पहले खुद में लाएं ये 6 बदलाव

By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: October 1, 2018 09:35 AM2018-10-01T09:35:14+5:302018-10-01T09:35:14+5:30

कोई भी इंसान परफेक्ट नहीं होता है, इसलिए एक-दूसरे में गलतियां न निकालें, बल्कि गलतियों को सुधारने का मौका दें। अपने प्यार में इतनी ताकत लाएं कि सामने वाला अपनी कमियों को आपके कहे बिना ही सुधार ले..

secret to happiness lies in these small changes in behavior | एक परफेक्ट लाइफ जीने की इच्छा है तो पहले खुद में लाएं ये 6 बदलाव

एक परफेक्ट लाइफ जीने की इच्छा है तो पहले खुद में लाएं ये 6 बदलाव

(ज्योत्स्ना)

रिश्तों और संवाद का बहुत गहरा संबंध है। जितना मधुर और उपयुक्त संवाद होता है, वैसा ही रिश्ता बनता चला जाता है। दिमाग के स्तर पर 2 व्यक्तियों के मन में क्या और कैसी प्रतिक्रिया होती है, इस का अनुमान लगा पाना कठिन होता है।

एक बार हम किसी को अपने संवाद द्वारा हर्ट  कर देते हैं या अपमानजनक संवाद कर बैठते हैं तो संवाद बिगड़ने लगता है। संवाद के बिगड़ते रिश्ते को उसी मानसिक और नेगेटिव परिपेक्ष्य में लेना शुरू हो जाता है अत: जरूरी है कि हम कम्यूनिकेशन की प्रक्रिया पर ध्यान दें।

अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करने में सब्र से काम लें। गलती होने पर माफी मांगने में शर्माएं नहीं। यदि आप का दोस्त या लाइफ पार्टनर स्वयं गलती करने पर क्षमा मांगे तो उसे झट से माफ कर दें यानी क्षमाशील होंगे।

संबंध चाहे मम्मी-पापा, भाई-बहन, देवर-भाभी, दोस्तों के बीच हो या फिर पति-पत्नी के बीच हर संबंध की अपनी अहमियत होती है। किसी रिश्ते को कमजोर न समझें। हर रिश्ते की कद्र करनी चाहिए, ताकि रिश्ते का भरपूर आनंद लिया जा सके। हर हाल में नेगेटिव सोचने से बचें।

1. दिल तक पहुंचे

एक देवर थका हारा घर लौटा तो भाभी से एक गिलास पानी इस प्रकार मांगा, ‘‘ऐ कानी भाभी  एक गिलास पानी ले आओ।’’ भाभी को यह सुन कर गुस्सा आ गया। बोली, ‘‘तुम्हें पानी मांगने की जरा भी तमीज नहीं है।’’ ‘‘तुम्हें पानी पिलाए मेरी जूती।   खुद ले कर पी लो।’’

कुछ देर बाद दूसरा देवर घर आया तो आदर के साथ बोला, ‘‘भाभी जी! मैं  थका आया हूं! बहुत प्यास  लगी है। प्लीज, एक गिलास पानी दो!’’ भाभी  को बहुत अच्छा लगा, बोली,  पानी भी पिलाऊंगी और एक गिलास  शरबत भी बना कर दूंगी, क्योंकि तुम ने कितने आदर से पानी मांगा है। मुझे यह बहुत अच्छा लगा है।

रिश्तों को मजबूत बनाता है आप का व्यवहार। आप के दिल में क्या है, यह आप के व्यवहार में परिलक्षित होता है। आगे रिलेशनशिप को मजबूत बनाने के लिए जानकारी दी जा रही है। अपनी जिंदगी में इन बिंदुओं को अपनाएं। फिर देखें कि लोग किस कदर आप को प्यार करते हैं।

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2. महत्वपूर्ण हैं इमोशन

रिश्तों में इमोशनल मैच्योरिटी होनी चाहिए। सब के लिए इमोशंस बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। लेकिन इमोशनल होते ही मानसिकता को झटका लगता है। ऐसे में रिश्तों को बहुत सूझबूझ के साथ संभालना ही रिश्तों को बनाए रखता है। 

3. रिश्तों का आधार विश्वास

आमतौर पर  यदि पति-पत्नी दोनों में से एक संदेह का शिकार हो तो रिश्ता बिगड़ने में देर नहीं  लगती है। संदेह रिश्तों को बिगाड़ने के लिए दीमक की तरह  काम करता है। रिश्तों  का आधार  विश्वास  हो तो जीने का आनंद ही अद्भुत और  स्थाई होता है।

शक को रिश्तों के  बीच न आने दें। शक की संभावना  तब बहुत बढ़ जाती है। जब पति-पत्नी अपने दोस्तों का सर्कल बहुत विस्तृत  बना लेते हैं और मेलजोल जरूरत से ज्यादा बढ़ा लेते हैं।

4. पूर्व धारणा से बचें

रिश्तों की मजबूती के लिए यह बहुत जरूरी है कि हम पूर्व धारणा से बचें। ये पूर्व धारणाएं हैं :

’दोस्त धोखेबाज हो सकते हैं, उन पर विश्वास नहीं किया जा सकता है। उन्हें अपनी विश्वसनीयता प्रूव करने का मौका दिया जाना चाहिए। अगर वे ठीक प्रमाणित होते हैं तभी भरोसा किया जा सकता है।

’सास-बहू के संबंध अच्छे नहीं होते हैं, यह पूर्व धारणा सास-बहू दोनों के लिए रचनात्मक सोच अपनाने में बाधक बनती है।

’प्रेम का मूलमंत्र है प्यार पाने के लिए प्यार देना। अधिकतर देखा जाता है  कि हम प्यार पाना चाहते हैं। बगैर प्यार अपनी तरफ से दिए और बिना अपनी ओर से प्रयत्न  किए।

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5. मन की 3 स्थितियां

मनोवैज्ञानिकों की सलाह है कि हमें अपने मन की 3 स्थितियों का खास ख्याल रखना चाहिए। ये मैटल ईगो स्टेट हैं - चाइल्ड, पैरेंट और एडल्ट रिलेशन के लिए इन ईगो स्टेट को समझना जरूरी हैं।

चाइल्ड ईगो स्टेट हम से यह व्यवहार कराता है जो विद्रोह या क्रोधित करता है। पैरेंट ईगो स्टेट हम से यह व्यवहार कराता है। पैरेंट जो मार्गदर्शन और निर्देश करता है। एडल्ट ईगो स्टेट हम से यह व्यवहार करता है। जो तर्क-बुद्धि के मानदंड पर खरा उतरता है। व्यवहार करते समय अगर हम इन 3 ईगो स्टेट को संतुलित कर लेते हैं, तो हम रिश्तों को बखूबी निभाने में सफल हो जाते हैं।

6. माहौल अच्छा बनाएं

जिन घरों में बच्चों के सामने माता-पिता लड़ते-झगड़ते रहते हैं या पति-पत्नी को घर आए मेहमानों के सामने बेईज्जत और हर्ट कर देता है। वहां रिश्तों को अच्छा बनाए रखना कितना मुश्किल होता है, इस बात का अंदाजा आप सहज लगा सकते हैं। 

घर का माहौल अच्छा बनाए रखना घर के लिए जरूरी है। रिश्तों में जान भरने को कोशिश तो कर के देखो, फिर जीना बहुत आसान हो जाएगा। 

Web Title: secret to happiness lies in these small changes in behavior

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