रिश्ता बॉयफ्रेंड-गर्लफ्रेंड का हो या पति-पत्नी का, एक समय के बाद प्यार छोटे छोटे झगड़ों में बदलने लगता है। इन्हें कंट्रोल ना किया जाए तो ये कभी ना खत्म होने वाले झगड़े बन जाते हैं। रिश्ता टूटने के पीछे कभी भी कोई एक जिम्मेदार नहीं होता है। दोनों द्वारा की गई लापरवाही ही रिश्ते को टूटने के अंजाम तक पहुंचाती है। यहां हम रिश्ता टूटने के 5 सबसे कॉमन कारण बताने जा रहे हैं।
1) झगड़े ना होना
झगड़े ही ब्रेकअप की वजह बनते हैं लेकिन वे ब्रेकअप थोड़े टाइम के होते हैं। जब एक ही बात पर बार बार झगड़ा हो तो एक वक्त ऐसा आता है कि कपल्स एक दूसरे से शिकायत करना बंद कर देते हैं। वे भावनात्मक रूप से टूट जाते हैं, थक जाते हैं। दोनों के बीच चुप्पी आ जाती है। झगड़े नहीं होते। ये रिश्ते के लिए खतरनाक है और फिर रिश्ता नहीं बचता।
2) 'मैं' की भावना
मुद्दा कोई भी हो, अगर एक दूसरे को सपोर्ट करने की बजाय एक दूसरे में कमी निकाली जाए और हर बात के केवल खुद को सही ठहराया जाए तो आगे चलाकर यह रिश्ता टूटने की वजह बनता है।
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3) पैसों का हो जाए बटवारा
पति-पत्नी मने झगड़ा हो जाए और काम को लेकर बटवारा हो तो समझ में आता है। लेकिन वे पैसों के मामले में भी दूर हो गए हैं और एक दूसरे को आर्थिक मदद नहीं देंगे, तो यह रिश्ते के लिए छोटी बात नहीं होती है। यह साफ दर्शाता है कि अब वे दोनों रिश्ते की जिम्मेदारी से ऊपर उठ चुके हैं।
4) जरूरत से अधिक निर्भरता
दोनों में से कोई एक अगर दूसरे पर पूरी तरह से निर्भर है, फिर चाहे वो पैसे की बात है या भावनाओं की या फिर कुछ भी जिसके ना होने की वजह से उसकी लाइफ खराब हो सकती है, तो यह रिश्ते के लिए खतरनाक है, पार्टनर को दिल से प्यार करें लेकिन उसके अलावा आपकी कोई जिंदगी नहीं है, ऐसा नहीं होना चाहिए।
5) शारीरिक रूप से दूरी
ये एक ऐसा कारान है जो सबसे अधिक दर्द देता है। पति-पत्नी का एक दूसरे से शारीरिक दूरी बना लेना रिश्ते के खत्म होने की निशानी होती है। बॉयफ्रेंड-गर्लफ्रेंड में भी अगर पहले से शारीरिक जुड़ाव है, लेकिन वक्त के साथ वह कम होते होते खत्म हो चला है तो इस रिश्ते को बचाना मुश्किल होता है।