क्या आपके साथ भी ऐसा होता है कि आपने पार्टनर से किसी बात की शिकायत की हो और उस बात को अनसुना कर दिया गया हो? और अगर सुना भी गया हो तो उसपर कोई सुधार ना हुआ हो? फिर आप दोबारा कोशिश करते हैं। दोबारा अपनी बात रखते हैं तब भी कोई बदलाव नहीं आता। इसके बाद तीसरी बार, चौथी बार, फिर कोशिश करते हैं। लेकिन जब बार-बार निराशा हाथ लगती है तो एक दिन आप शिकायत करना ही बन कर देते हैं। पति हो या पत्नी, दोनों के मन में अपने पार्टनर को लेकर ऐसी कोई ना कोई शिकायत होती जरूर है, जो उनके हिसाब से कभी भी छोटी नहीं होती लेकिन कई बार पार्टनर उस शिकायत को हलके में लेकर केवल अपने मन की करते हैं। ऐसे में एक दिन ऐसा आता है कि शिकायत आनी बंद हो जाती है और अन्दर ही अन्दर रिश्ता फीका पड़ने लगता है। रिश्ता टूटने का यह एक सबसे बड़ा कारण होता है।
1. सेक्स को लेकर असंतुष्टि
यह अमूमन हर दूसरे कपल या फिर यूं कहें कि बहुत कम ऐसे कपल होते हैं जो अपनी सेक्स लाइफ को लेकर संतुष्ट हों। हर कपल में से कोई एक ऐसा होता है जिसे पार्टनर की तरफ से वह नहीं मिलता जिसकी चाहत वह सबसे अधिक रखता हो। सेक्स संबंधी असंतुष्टि को जाहिर करना सबसे मुश्किल काम होता है और अगर बताने के बावजूद भी पार्टनर उसे इग्नोर करे या ठीक करने की कोशिश ना करे तो सेक्स लाइफ पर इसका बुरा असर पड़ता है। इसलिए अगर कभी भी पार्टनर सेक्स संबंधी कोई शिकायत या असंतुष्टि को जाहिर करे तो उसे ध्यानपूर्वक सुनना और समझना चाहिए, ताकि सेक्स लाइफ को सही बनाया जा सके।
2. ससुराल वालों के साथ मतभेद
लड़का हो या लड़की, दोनों के ही अपने ससुराल वालों के साथ कई मतभेद हो सकते हैं। लेकिन यह दिक्कत लड़कियों के साथ अधिक आती है। अपना खुद का घर छोड़कर वे एक नई फैमिली, नए घर और नए लोगों के साथ रहना शुरू करती है। ऐसे में शुरुआत में तो खुशी-खुशी सब मैनेज हो जाता है लेकिन एक समय के बाद जब सब्र का बांध टूट जाता है तो दिक्कतें बढ़ने लगती हैं। इस परिस्थिति में अगर पार्टनर शिकायत करने आए तो उसे सुनें और हल निकालें। खुद ही अपने पेरेंट्स से बात करें और देखें कि दिक्कत कहां है और किस तरह इसे कंट्रोल किया जा सकता है। अगर आप पार्टनर और पर्नेट्स के ऊपर ही सारी बात छोड़ देंगे तो मुसीबत बढ़ जाएगी और वह दिन दूर नहीं जब पार्टनर की आपके पेरेंट्स के साथ 1 प्रतिशत भी नहीं बनेगी।
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3. टेक्नोलॉजी की मार
मोबाइल, लैपटॉप, एनी उपकरण हमारी लाइफ को आसान बनाते हैं। बंद कमरे में भी बाहर के लोगों से जुड़े रहने में हमारी मदद करते हैं। लेकिन इसी बंद कमरे में हमें अपने खुद के पार्टनर से दूर करने का काम भी ये उपकरण ही करते हैं। दिनभर के सभी काम निपटाने के बाद जब आप दोनों अपने बेड पर जाते हैं तो एक दूसरे से बात करने की बजाय मोबाइल पर लग जाना दोनों के रिश्ते को खराब करता है। इस दौरान कपल कुछ ऐसी बात कर सकते हैं जो भावनात्मक रू[प से दोनों को करीब ला सकती है, लेकिन ये गैजेट्स इस इमोशनल टाइम को खराब कर देते हैं। अगर पार्टनर इससे संबंधित शिकायत करे तो उसे गौर करें और उपकरणों को दूर रखने की कोशिश करें। पार्टनर के साथ वक्त बिताने का खास टाइम-टेबल तैयार करें।