राजस्थानः छेड़छाड़, दुष्कर्म के आरोपियों और मनचलों को सरकारी नौकरी पर बैन! अधिकारियों से सीएम गहलोत ने कहा- रिकॉर्ड बनाकर कार्रवाई हो
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 8, 2023 07:12 PM2023-08-08T19:12:37+5:302023-08-08T20:46:16+5:30
बैठक में राजस्थान के गृह मंत्री राजेन्द्र यादव, मुख्य सचिव उषा शर्मा, प्रमुख शासन सचिव (गृह) आनंद कुमार, पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
जयपुरः राजस्थान सरकार ने बालिकाओं एवं महिलाओं से छेड़छाड़, दुष्कर्म के प्रयास तथा दुष्कर्म के आरोपियों तथा मनचलों को सरकारी नौकरियों से प्रतिबंधित करने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
गहलोत ने ट्वीट किया, ‘‘राज्य सरकार ने फैसला किया है कि बालिकाओं एवं महिलाओं से छेड़छाड़, दुष्कर्म के प्रयास एवं दुष्कर्म के आरोपियों तथा मनचलों को सरकारी नौकरियों से प्रतिबंधित किया जाएगा।’’ उन्होंने कहा कि इसके लिए मनचलों का भी पुलिस थानों में हिस्ट्रीशीटरों की तरह रिकॉर्ड रखा जाएगा एवं राज्य सरकार/ पुलिस द्वारा जारी किए जाने वाले इनके चरित्र प्रमाण पत्र पर यह अंकित किया जाएगा।
गहलोत ने कहा, ‘ऐसे असामाजिक तत्वों का सामाजिक बहिष्कार करना आवश्यक है।' उल्लेखनीय है कि गहलोत ने सोमवार रात को मुख्यमंत्री निवास पर कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक के दौरान कहा था कि महिलाओं और कमजोर वर्ग के विरूद्ध अपराधों की रोकथाम हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
सरकारी बयान के अनुसार बैठक में गहलोत ने कहा है कि निर्धारित समय से अधिक वक्त तक खुलने वाले बार एवं नाइट क्लबों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इन क्लबों के प्रबंधकों के साथ मालिकों की भी जिम्मेदारी तय की जाएगी व नियमों का उल्लंघन करने पर ऐसे क्लबों का लाइसेंस निरस्त किया जाएगा।
भीलवाड़ा में नाबालिग से दुष्कर्म व हत्या की घटना को दुखद बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई की है और अपराधियों को जल्द से जल्द सजा दिलवाने के प्रयास किए जा रहे हैं। गहलोत ने कहा कि उक्त घटना को राजनीतिक रंग देने के प्रयास किए जा रहे हैं, जो उचित नहीं है।