Assembly Elections 2023: "राजेश पायलट नहीं रहे, लेकिन कांग्रेस उनके बेटे को प्रताड़ित कर रही है", प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'गहलोत-पायलट विवाद' पर कसा तंज
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: November 22, 2023 05:14 PM2023-11-22T17:14:10+5:302023-11-22T17:30:43+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान में कांग्रेस नेतृत्व पर निशाना साधते हुए कहा कि वो हमेशा से 'वंशवादी' राजनीति में शामिल रही है।
भीलवाड़ा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कांग्रेस नेतृत्व पर निशाना साधते हुए कहा कि वो हमेशा से 'वंशवादी' राजनीति में शामिल रही है। उन्होंने कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस में दिवंगत राजेश पायलट ने 1996 में आलाकमान के खिलाफ विद्रोह किया था। यही कारण है कि कांग्रेस उस विद्रोह की सजा उनके बेटे सचिन पायलट को 'दंडित' करने दे रही है।
राजस्थान के भीलवाड़ा के शाहपुरा में भाजपा द्वारा आयोजित चुनावी रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी दिवंगत राजेश पायलट और उनके बेटे सचिन पायलट के प्रति विद्वेष की भावना रखती है।
उन्होंने कहा, "आप कांग्रेस का इतिहास जानते हैं। इस पार्टी में जो भी गलत कामों के खिलाफ आवाज उठाने की कोशिश करेगा, वह दिल्ली में बैठे आलाकमान के कारण राजनीतिक स्थान खो देगा। राजेश पायलट ने केवल एक बार कांग्रेस के खिलाफ आवाज उठाई और वह भी कांग्रेस की बेहतरी के लिए, लेकिन पार्टी आज तक सचिन पायलट को सजा दे रही है। राजेश पायलट अब नहीं रहे, लेकिन कांग्रेस उनके बेटे को लगातार प्रताड़ित कर रही है।"
पीएम मोदी कांग्रेस के उस आंतरिक विवाद का उल्लेख कर रहे थे, जिसमें दिवंगत कांग्रेस नेता राजेश पायलट ने सोनिया गांधी को पार्टी के अध्यक्ष बनने का विरोध किया था। वहीं साल 2018 में कांग्रेस की जीत के तुरंत बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अशोक गहलोत-सचिन पायलट के बीच भी भारी गहमा-गहमी हुई थी।
हालाँकि सचिन पायलट ने अशोक गहलोत की अगुवाई स्वीकार कर ली थी लेकिन साल 2020 में उन्होंने गहलोत के खिलाफ विद्रोह कर दिया।
वहीं 90 के दशक की कांग्रेस की आंतरिक सियासत की बात करें तो सोनिया गांधी साल 1998 के चुनावों में कांग्रेस के लिए प्रचार करने की घोषणा की और पार्टी के भीतर सक्रिय हो गईं। एक साल बाद वो कांग्रेस प्रमुख के पद पर काबिज हो गई और सीताराम केसरी की विदाई हो गई।
पीएम मोदी ने कांग्रेस के पुराने विवाद के अलावा मौजूदा समय में पार्टी की स्थिति पर हमला किया और कहा कि कांग्रेस ने ध्रुवीकरण का जो रास्ता अपनाया है, उससे राजस्थान की संस्कृति पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है।
उन्होंने कहा, "राजस्थान की संस्कृति पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है। कांग्रेस ने ध्रुवीकरण के लिए जो रास्ता अपनाया है, वह राजस्थान को तबाही की ओर ले जाएगा।"
मालूम हो कि राजस्थान में 25 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने हैं और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी। 200 विधानसभा सीटों में से 199 सीटों पर 25 नवंबर को चुनाव होगा क्योंकि करणपुर निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव कांग्रेस उम्मीदवार गुरमीत सिंह कूनर के निधन के कारण स्थगित कर दिया गया है।