भोपाल: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने पार्टी के संगठन को फिर से मजबूत करने की बात कहते हुए शनिवार को राहुल गांधी से आग्रह किया कि वह दोबारा पार्टी की कमान संभालें। साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर नरम रवैय्या रखने वाले कांग्रेस नेताओं पर निशाना। उन्होंने सवाल पूछते हुए कहा कि जो राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के आक्रामक रुख का समर्थन नहीं कर सकते, वो पार्टी में क्यों हैं?
दिग्विजय सिंह ने कहा, 'कांग्रेस में कौन लोग हैं जो प्रधानमंत्री मोदी को लेकर नरम रहने की पैरवी करते हैं? उनके पास यह साहस होना चाहिए कि वे पार्टी के भीतर अथवा सार्वजनिक तौर पर अपनी बात रखें।
दिग्विजय सिंह ने जेल जाने को लेकर की चिदंबरम सराहना
उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष अथवा लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता के तौर पर पार्टी को खड़ा करने का काम जारी रखना चाहिए था। कांग्रेस में कोई भी उनके विरोध में नहीं है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ मैं चिदंबरम जी की सराहना करता हूं कि मनगढंत आरोप में जेल जाने के बाद भी वह नहीं झुके।’’ सिंह के मुताबिक, कांग्रेस नेतृत्व को संगठन के निर्माण की चुनौती हाथ में लेनी चाहिए। यहीं पर हमें राहुल जी और प्रियंका जी के बहुआयामी नेतृत्व की जरूरत है। मुझे भरोसा है कि दोनों में यह दम और साहस है कि वे ‘मोदी-शाह जोड़ी’ का मुकाबला कर सकें।
गांधी परिवार को नहीं धमका सकते मोदी-शाह: दिग्विजय सिंह
उन्होंने कहा, ‘‘यह गलत धारणा है कि मोदी-शाह ईडी, आयकर और सीबीआई के जरिए गांधी-नेहरू परिवार को डरा-धमका सकते हैं। यह परिवार अंग्रेजों से निडर होकर लड़ा और वर्षों जेल में रहा। ये लोग बहुत बहादुर हैं। इसलिए मोदी-शाह जी किसी भ्रम में मत रहिए।’’ कांग्रेस के पूर्व महासचिव ने कहा, ‘‘ यही पूरे मामले का सार है और यही सोनिया जी, राहुल जी और प्रियंका जी के समक्ष चुनौती है। मुझे यकीन है कि वे ऐसा करेंगे। पूरी कांग्रेस पार्टी, चाहे बुजुर्ग हों या नौजवान, सभी आपके पीछे खड़े हैं और आप लोग जो चाहेंगे वो कुर्बानी देने के लिए तैयार हैं। इसलिए राहुल जी, कृपया नेतृत्व करिए।’’