पश्चिम बंगाल: एक अस्पताल में मृत मरीज का वीडियो केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने सोशल मीडिया पर डाला, फिर जानें क्या विवाद उत्पन्न हुआ
By भाषा | Published: April 22, 2020 04:28 PM2020-04-22T16:28:41+5:302020-04-22T16:28:41+5:30
पश्चिम बंगाल के वरिष्ठ मंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा कि वीडियो की सत्यता का पता लगाने की जरूरत है और यदि सामग्री सही पाई जाती है तो प्रशासन उचित कदम उठाएगा।
कोलकाता: केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो द्वारा सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए उस वीडियो से विवाद खड़ा हो गया है जिसमें कथित तौर पर एक मृत मरीज़ को एक राजकीय अस्पताल के पृथक वार्ड में दिखाया गया है। पश्चिम बंगाल सरकार ने इस वीडियो की सत्यता पर सवाल उठाया है और कहा है कि विपक्षी भाजपा फर्जी खबर फैलाने में ‘‘माहिर’’ है।
सुप्रियो ने वीडियो ट्विटर पर पोस्ट करके दावा किया कि यह सार्वजनिक है और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस से मामले की तत्काल जांच करने का आग्रह किया। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘यह एक चौंकाने वाला वीडियो है...चूंकि यह वीडियो सार्वजनिक है, इसलिए मैं पश्चिम बंगाल की माननीय मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से आग्रह करता हूं कि वह इसकी पूरी जांच करायें और तथ्य जारी करें।’’
पश्चिम बंगाल के वरिष्ठ मंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा कि वीडियो की सत्यता का पता लगाने की जरूरत है और यदि सामग्री सही पाई जाती है तो प्रशासन उचित कदम उठाएगा। चटर्जी ने कहा, ‘‘हमें पहले जांचना होगा कि वीडियो सही है या नकली, जैसा कि हम सभी जानते हैं कि भाजपा फर्जी वीडियो फैलाने में माहिर है।’’
सुप्रियो ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि अभी तक राज्य सरकार ने यह दावा नहीं किया है कि वीडियो फर्जी है, इससे ‘‘यह हमें विश्वास करने के करीब लाता है कि यह वास्तव में सही है।’’ केंद्रीय मंत्री ने वीडियो के वायरल होने के बाद ममता बनर्जी की अगुवाई वाली सरकार से इन खबरों पर स्पष्टीकरण देने के लिए कहा कि वीडियो वायरल होने के बाद राज्य के अस्पतालों में मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है।