मालदाः भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सीएम ममता बनर्जी पर हमला बोला। नड्डा ने कहा कि ममता ने अपने अहं के लिए बंगाल में प्रधानमंत्री किसान योजना को लागू नहीं होने दिया।
उन्होंने यह भी पूछा कि ''जय श्रीराम'' के नारों के लेकर वह आपा क्यों खो देती हैं। नड्डा ने एक माह तक चलने वाले पार्टी के ''कृषक सुरक्षा अभियान'' के अंतिम चरण में शिरकत करते हुए कहा कि राज्य की जनता ने बनर्जी और उनकी पार्टी को विधानसभा चुनाव में ''नमस्ते और टाटा'' कहने का मन बना लिया है। पार्टी के झंडे लहराते हुए भाजपा समर्थकों ने ‘जय श्रीराम’, ‘नरेन्द्र मोदी जिंदाबाद’ और ‘ जे पी नड्डा जिंदाबाद’ के नारे लगाए।
क्या भारत की संस्कृति के साथ जुड़ना गलत है?
बंगाल के लोगों ने जय श्रीराम का नारा लगाया तो इस नारे से इतनी नफरत क्यों है? क्या भारत की संस्कृति के साथ जुड़ना गलत है? क्या महापुरुषों का नाम लेना गलत है? इन लोगों के लिए राजनीति संस्कृति से ऊपर है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि मुझे पश्चिम बंगाल की जनता का रुख साफ नजर आ रहा है कि परिवर्तन आएगा, कमल खिलेगा, टीएमसी जाएगी ये तय हो चुका है।
बंगाल में आज महिलाओं के साथ सबसे ज्यादा अत्याचार हो रहा है। रेप के केस सबसे ज्यादा बंगाल में हो रहे हैं, घरेलू हिंसा सबसे ज्यादा बंगाल में हो रही है। बंगाल की मुख्यमंत्री एक महिला है, फिर भी महिलाओं की इज्जत न हो, तो बंगाल को परिवर्तन चाहिए।
10 जनवरी को कृषक सहयोग और सुरक्षा अभियान की शुरुआत मैंने की थी। लगभग 40 हजार ग्राम सभा में हमारे ये कार्यक्रम होंगे। आज 35 लाख किसान इस कृषक सुरक्षा अभियान से जुड़ गए हैं लगभग 33 हजार गांव तक हम पहुंच पाये हैं और करीब 30 हजार हमारी कृषक ग्रामसभा हो चुकी है।
नड्डा ने आरोप लगाया, ''ममता दी ने बंगाल के किसानों को पीएम किसान योजना के लाभों से वंचित करके अन्याय किया। उन्होंने अपने अहं को संतुष्ट करने के लिये यह कल्याणकारी योजना लागू नहीं होने दी। अब जब बंगाल के किसानों के खुद यह महसूस हुआ कि योजना लागू होनी चाहिये तब जाकर उन्होंने कहा कि इसे लागू करेंगी।
70 लाख किसान दो साल से सालाना छह हजार रुपये की मदद से वंचित हैं।'' भाजपा अध्यक्ष ने मालदा के शाहपुर गांव में ''कृषक सुरक्षा सह-भोज'' के तहत किसानों के साथ भोजन भी किया। उन्हें खिचड़ी और सब्जी परोसी गई। नड्डा ने कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल हॉल में 23 जनवरी को हुई घटना की ओर इशारा करते हुए कहा, ''मैं जब यहां आया तो जय श्रीराम के नारे के साथ मेरा अभिवादन किया गया।
लेकिन मुझे समझ नहीं आता कि ममता बनर्जी इसे सुनने के बाद गुस्सा क्यों हो जाती हैं।'' विक्टोरिया मेमोरियल हॉल में 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में जय श्रीराम के नारे लगने के बाद ममता बनर्जी ने भाषण देने से इनकार कर दिया था।