विकास दुबे एनकाउंटरः एमपी में सियासी घमासान, कांग्रेस के साथ उमा भारती ने ट्वीट कर पूछे कई सवाल
By शिवअनुराग पटैरया | Published: July 10, 2020 05:48 PM2020-07-10T17:48:22+5:302020-07-10T18:41:11+5:30
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह के साथ ही उमा भारती ने इस सारे मामले को लेकर ट्वीट कर तमाम सवाल किए हैं. पूर्व मुख्य मंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने विकास दुबे के एनकाउंटर में मारे जाने पर एक के बाद एक कई ट्वीट कर विकास के एनकाउंटर पर शक जताया है.
भोपालः विकास दुबे के कानपुर के समीप पुलिस एनकाउंटर में मारे जाने पर मध्य प्रदेश में सियासत तेज हो गई है. गौरतलब है कि विकास को कल ही उज्जैन के महाकाल मंदिर परिसर में गिरफ्तार कर उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंप दिया गया था.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह के साथ ही उमा भारती ने इस सारे मामले को लेकर ट्वीट कर तमाम सवाल किए हैं. पूर्व मुख्य मंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने विकास दुबे के एनकाउंटर में मारे जाने पर एक के बाद एक कई ट्वीट कर विकास के एनकाउंटर पर शक जताया है.
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि भगवान महाकाल कभी किसी पापी को बख्शते नहीं, यह मैंने कल भी कहा था और आज फिर दोहरा रहा हूँ कि महाकाल की नजरों से कोई भी पापी नहीं बचेगा. कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे का अंत हुआ लेकिन कई सवाल आज भी अनुत्तरित है.
सावन मास के बावजूद एक दिन पूर्व पुलिस अधिकारियों का अचानक तबादला?
कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा कि सावन मास के बावजूद एक दिन पूर्व पुलिस अधिकारियों का अचानक तबादला? आखिर कौन सा ऐसा राजनैतिक संरक्षण उसे प्राप्त था, जिसके कारण यह सब इतनी आसानी से संभव हुआ? आपने कहा कि इन सवालों का सच सामने आना ही चाहिये क्योंकि इस घटना ने हमारे प्रदेश को देश भर में एक बार फिर शर्मशार किया है. सरकार इन सवालों का जवाब दे.
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने एनकाउंटर को लेकर सवाल किया है, उन्होंने पूछा है कि, विकास दुबे और पिछले 3-4 दिनों में हुए उसके 2 अन्य साथियों के एनकाउंटर का पैटर्न एक समान क्यों है? दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया है कि, जिसका शक था वो हो गया.
भगवान महाकाल कभी किसी पापी को बख्शते नहीं , यह मैंने कल भी कहा था और आज फिर दोहरा रहा हूँ कि महाकाल की नज़रों से कोई भी पापी नहीं बचेगा।
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) July 10, 2020
कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे का अंत हुआ लेकिन कई सवाल आज भी अनुरत्तरित है।
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विकास दुबे का किन-किन राजनीतिक, पुलिस और अन्य शासकीय अधिकारियों से संपर्क था, अब उजागर नहीं हो पाएगा. पिछले 3- 4 दिनों में विकास दुबे के 2 अन्य साथियों का भी एनकाउंटर हुआ है, लेकिन तीनों एनकाउंटर का पैटर्न एक समान क्यों है?
मध्य प्रदेश के उज्जैन महाकाल मंदिर को सरेंडर के लिए क्यों चुना?
उन्होंने लिखा है कि, यह पता लगाना आवश्यक है कि, विकास दुबे ने मध्य प्रदेश के उज्जैन महाकाल मंदिर को सरेंडर के लिए क्यों चुना? मध्यप्रदेश के कौन से प्रभावशाली व्यक्ति के भरोसे वो यहां उत्तर प्रदेश पुलिस के एनकाउंटर से बचने आया था?
कांग्रेस नेता और राज्यसभा सदस्य, विवेक तन्खा ने ट्वीट कर कहा है कि एनकाउंटर की आशंका कल से ही थी. इसी कारण सुप्रीम कोर्ट मेें कल ही याचिका प्रस्तुत हो चुकी है. यह कस्टडी में मौत का प्रकरण है. घटना की परिस्थिति की जांच कोर्ट के नियंत्रण मं हो. विकास को दंड मिलना तो निश्चित था, परंतु यह पूरे खुलासे और कानूनी प्रक्रिया से होंना था.
पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने सीबीआई जांच की मांग की है. उन्होंने आरोप लगाया कि विकास दुबे से पूछताछ में मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के प्रभावशाली लोगों के नामों का खुलासा ना हो, इसलिए विकास दुबे का एनकाउंटर करा दिया गया. उन्होंने सवाल उठाया कि सरेंडर करने वाला आखिर पुलिस पर गोली क्यों चलाएगा. उन्होंने कहा कि विकास दुबे की गिरफ्तारी से लेकर एनकाउंटर तक पूरा मामला ही संदिग्ध है.
उमा ने कहा तीन बातें रहस्य की परत में
पूर्व केन्द्रीय मंत्री उमा भारती ने विकास दुबे एनकाउंटर को लेकर सवाल उठाए हैं. उन्होंने आज ट्वीट कर कहा कि देवेंद्र मिश्र जैसे ईमानदार डीएसपी एवं उनके साथ 8 पुलिस अधिकारी एवं सिपाहियों की निर्मम हत्या करने वाले राक्षस विकास दुबे को मार गिराने के लिए उत्तरप्रदेश पुलिस को बधाई, उत्तर प्रदेश पुलिस की जय हो. अभी भी उसने भाग निकलने की चेष्टा की किंतु वह मार गिराया गया.
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा कि मैं शिवराज सिंह चैहान, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा से इस विषय पर बात अवश्य करूंगी, किंतु यह सच्चाई तो सामने आ गई कि भगवान महाकाल ने देवेंद्र मिश्र जैसे ईमानदार पुलिस अधिकारी के हत्यारे का संहार कर दिया.
पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने अपने तीसरे ट्वीट में लिखा है कि अब तीन बातें रहस्य की परत में हैं-(1) वह उज्जैन तक कैसे पहुंचा? (2) वह महाकाल परिसर में कितनी देर रहा? (3) उसका चेहरा टीवी पर इतना दिखा कि उसे कोई भी पहचान लेता तो उसको पहचाने जाने में इतना समय कैसे लगा?
2. अब तीन बातें रहस्य की परत में हैं-(1) वह उज्जैन तक कैसे पहुंचा? (2) वह महाकाल परिसर में कितनी देर रहा? (3) उसका चेहरा टीवी पर इतना दिखा कि उसे कोई भी पहचान लेता तो उसको पहचाने जाने में इतना समय कैसे लगा?
— Uma Bharti (@umasribharti) July 10, 2020