Uttar pradesh ki khabar: शिवपाल और अखिलेश यादव में रिश्ते हो रहे मधुर, विधानसभा की सदस्यता नहीं होगी रद्द, सपा ने याचिका वापस ली
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 26, 2020 04:10 PM2020-03-26T16:10:02+5:302020-03-26T16:10:02+5:30
विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता राम गोविंद चौधरी ने गुरुवार को बताया कि उनके द्वारा विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर पूर्व मंत्री व दल के पूर्व नेता शिवपाल सिंह यादव की विधानसभा की सदस्यता रद्द करने को लेकर दायर की गई याचिका वापस ले ली गई है। यह पूछे जाने पर कि क्या भविष्य में शिवपाल सपा में शामिल होंगे, चौधरी ने बताया कि राजनीति में कुछ भी सम्भव है।
बलियाःसमाजवादी पार्टी ने पूर्व मंत्री एवं दल के पूर्व नेता शिवपाल सिंह यादव की विधानसभा की सदस्यता रद्द करने को लेकर दायर की गई याचिका वापस ले ली है।
सपा के वरिष्ठ नेता एवं विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता राम गोविंद चौधरी ने गुरुवार को बताया कि उनके द्वारा विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर पूर्व मंत्री व दल के पूर्व नेता शिवपाल सिंह यादव की विधानसभा की सदस्यता रद्द करने को लेकर दायर की गई याचिका वापस ले ली गई है। यह पूछे जाने पर कि क्या भविष्य में शिवपाल सपा में शामिल होंगे, चौधरी ने बताया कि राजनीति में कुछ भी सम्भव है।
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी (सपा) ने पिछले साल सितंबर में शिवपाल यादव की सदस्यता खत्म करने के लिए याचिका दायर की थी। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल 20 17 के विधान सभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के टिकट पर जसवंत नगर विधानसभा सीट से चुनाव जीते थे।
बाद में उन्होंने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) बना ली थी और लोकसभा चुनाव में फिरोजाबाद सीट से अपनी पार्टी के चुनाव निशान पर चुनाव भी लड़ा था लेकिन वह चुनाव हार गए थे। बाद में चाचा शिवपाल और भतीजे अखिलेश के बीच संबंध काफी खराब हो गए थे।
बलिया जिले के बांसडीह क्षेत्र से विधायक चौधरी ने अपनी विधायक निधि से बीस लाख रुपये बलिया जिले में कोरोना महामारी से निपटने व इससे बचाव के लिए आवश्यक उपकरण खरीदने के लिए देने की घोषणा मुख्य विकास अधिकारी को पत्र लिखकर की है।