पटना, 27 अगस्त: बिहार में एनडीए के घटक दल राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) के नेता और केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने खीर वाले बयान पर सफाई देते नजर आए। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बोला- न तो उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल से दूध मांगा है और न ही भारतीय जनता पार्टी से चीनी मांगी है।
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में शिक्षा राज्यमंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने सोमवार( 27 अगस्त) को कहा, 'न मैंने आरजेडी से दूध मांगी और न ही बीजेपी से चीनी मांगी। हमने सभी समाज से समर्थन मांगा है। मैं तो सामाजिक एकता की बात कर रहा था। कृपया किसी जाति या समुदाय को किसी राजनीतिक पार्टी से इसे जोड़ने की कोशिश ना करें।'
बता दें कि शनिवार को पटना में आयोजित एक कार्यक्रम में कुशवाहा ने कहा था, 'अच्छी खीर यादवों के दूध से और कुशवाहा समाज के लोगों द्वारा उपजाए गए चावल से ही बन सकती है।' ये कार्यक्रम पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में थी। जहां मंडल आयोग के अध्यक्ष और बिहार के पूर्व सीएम बीपी मंडल की 100वीं जयंती समारोह का आयोजन किया गया था।
जहां उपेंद्र कुशवाहा ने यादव और कुशवाहा समाज के लोगों को साथ आने की वकालत की। इसके साथ ही उन्होंने अन्य पिछड़ी जातियों को भी साथ में जोड़ने की बात कही। कुशवाह के इस बयान पर बिहार की सियासत गर्मा गई थी। ऐसा अनुमाना लगाया जा रहा था कि यह बयान आरजेडी और आरएलएसपी के बीच नजदीकी का संकेत है। गौरतलब है कि यादवों को पारंपरिक रूप से दुध के उत्पादन से जोड़कर देखा जा रहा है।