पटनाः बिहार के राज्यपाल फागू चौहान ने बुधवार को बिहार विधान परिषद के लिए 12 सदस्यों को मनोनीत किया।
निर्वाचन विभाग के संयुक्त सचिव एवं संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी द्वारा हस्ताक्षरित राज्य सरकार द्वारा जारी एक गजट के अनुसार बिहार विधान परिषद के लिए राज्यपाल द्वारा मनोनीत 12 सदस्यों में अशोक चौधरी, जनक राम, उपेन्द्र कुशवाहा, राम वचन राय, संजय कुमार सिंह, ललन कुमार सर्राफ, राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता, संजय सिंह, देवेश कुमार, प्रमोद कुमार, घनश्याम ठाकुर और निवेदिता सिंह शामिल हैं। उपेन्द्र कुशवाहा नीतीश सरकार में मंत्री बन सकते हैं।
इनमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू से अशोक चौधरी, पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा, राम वचन राय, संजय कुमार सिंह, ललन कुमार सर्राफ एवं संजय सिंह तथा भाजपा से जनक राम, राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता, देवेश कुमार, प्रमोद कुमार, घनश्याम ठाकुर एवं निवेदिता सिंह शामिल हैं।
बिहार विधानसभा में तेजस्वी ने नीतीश सरकार पर जोरदार प्रहार किया
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने सत्ता पक्ष की ओर से की गई टोका-टाकी के बीच प्रदेश की नीतीश कुमार सरकार पर जोरदार प्रहार किया। बिहार विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए पेश गृह विभाग के 13973.24 करोड़ रुपये की बजटीय मांग पर चर्चा में भाग लेते हुए तेजस्वी ने लगभग एक घंटे तक अपनी बात रखने के बाद अंत में सदन अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा से शिकायत की कि उनका अधिकांश समय सत्तापक्ष द्वारा पैदा किए गए विघ्न के कारण बर्बाद हुआ। गृह विभाग हालांकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास है जो सदन में मौजूद थे जबकि मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने सरकार की ओर से जवाब दिया। मंत्री ने एक लिखित भाषण पढ़ा जिसमें अधिक पुलिसकर्मियों की भर्ती और उन्हें बेहतर साजो-सामान से लैस करने की आवश्यकता पर बल दिया गया।
तेजस्वी यादव ने अपने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा कि राज्य में अपराध की दर लालू प्रसाद और राबड़ी देवी के शासनकाल की तुलना में काफी बढ़ गई है। उन्होंने पिछले साल एक स्कूल से बड़ी मात्रा में शराब की बरामदगी से संबंधित एक प्राथमिकी में एक मंत्री के भाई को आरोपित किए जाने का मुद्दा भी उठाया और सरकार पर आरोपी को बचाने का आरोप भी लगाया।
हालांकि, वह मंत्री का नाम लेने से बचते रहे। गोपालगंज की एक अदालत द्वारा जहरीली शराब के मामले में हाल ही में नौ लोगों को फांसी की सजा सुनाए जाने का जिक्र करते हुए राजद नेता तेजस्वी ने आरोप लगाया कि सरकार के पास अवैध शराब की बड़े आपूर्तिकर्ताओं को पकड़ने की इच्छाशक्ति का अभाव है। तेजस्वी के अपनी बात रखे जाने के बाद राम सूरत राय ने कहा कि उनका चरित्र हरण किया जा रहा है।