यूपी: एक शादी समारोह में शिवपाल यादव ने असदुद्दीन ओवैसी से की मुलाकात, क्या गठबंधन पर बनी बात?
By अनुराग आनंद | Published: February 21, 2021 07:15 AM2021-02-21T07:15:59+5:302021-02-21T07:20:24+5:30
शादी समारोह के दौरान शिवपाल यादव ने असदुद्दीन ओवैसी से बातचीत करने के बाद कहा कि उप्र में 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए समाजवादी परिवार को एकजुट होने की जरूरत है।
आजमगढ़: उत्तर प्रदेश जिले में शनिवार शाम एक शादी समारोह में पहुंचे प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी से यहां मुलाकात की।
शिवपाल सिंह यादव ने कहा, '' वह शादी समारोह में आये हैं लेकिन उनकी एआईएमआईएम के अध्यक्ष ओवैसी के साथ बैठक हुई है।'' उन्होंने कहा, ''हम पहले ही कह चुके हैं कि समान विचारधारा और सभी धर्मनिरपेक्ष शक्तियों के लोग मिलकर भारतीय जनता पार्टी को देश और प्रदेश से उखाड़ फेंकेंगे।''
भाजपा को हराने के लिए समाजवादी परिवार को एकजुट होने की जरूरत है-
शिवपाल यादव ने कहा, '' उप्र में 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए समाजवादी परिवार को एकजुट होने की जरूरत है। हमने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से भी कहा है कि सबको एकत्र करें और उसमें हमको भी साथ लें।'' शिवपाल ने यह भी कहा कि अपनी पार्टी का विलय किसी भी सूरत में सपा में नहीं करेंगे बल्कि सपा के साथ गठबंधन करेंगे।
एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली की पुत्री की शादी में शामिल होने शिवपाल व ओवैसी दोनों पहुंचे-
ओवैसी और शिवपाल यादव एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली की पुत्री की शादी में शामिल होने के लिए शनिवार की शाम जिले के माहुल कस्बे में पहुंचे थे। उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में 2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर छोटे दलों ने गठबंधन की पहल की है।
ओमप्रकाश राजभर और एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी पहले ही गठबंधन की बात कह चुके हैं-
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर और एआईएमआईएम के अध्यक्ष ओवैसी के बीच पहले ही साझा कार्यक्रम के तहत चुनाव लड़ने की बात तय हो चुकी है। राजभर इन दिनों भागीदारी संकल्प मोर्चा के बैनर तले छोटे दलों को एकजुट करने में जुटे हैं और पिछले दिनों उन्होंने शिवपाल सिंह यादव से भी इस सिलसिले में मुलाकात की थी। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी कहा था कि 2022 के चुनाव में वह छोटे दलों के लिए दरवाज़ा खुला रखेंगे।
(एजेंसी इनपुट)