गिरिराज सिंह का सीएम नीतीश पर तंज, ताली सरदार को तो गाली भी सरदार को, ये दुनिया की रीत है
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 4, 2019 04:16 PM2019-10-04T16:16:44+5:302019-10-04T18:30:02+5:30
केंद्रीय पशुपालन मंत्री ने कहा कि अगर बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 15 साल से सत्ता में हैं, तो उन्हें इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला है। केंद्रीय पशुपालन मंत्री ने कहा कि अगर राज्य में सीएम नीतीश कुमार 15 साल से सत्ता में हैं, तो उन्हें इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। गिरिराज सिंह ने कहा कि निश्चित तौर पे, ताली सरदार को तो गाली भी सरदार को, ये दुनिया की रीत है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बाढ़ पर बिहार के मुख्यमंत्री को जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
Union Minister Giriraj Singh on being asked 'if Bihar CM Nitish Kumar should take responsibility since he has been in power for 15 years': Nishchit taur pe, taali sardar ko toh gaali bhi sardar ko, ye duniya ki reet hai. #BiharFloodpic.twitter.com/3YaUlm9vSg
— ANI (@ANI) October 4, 2019
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह द्वारा अपने संसदीय क्षेत्र के साथ भेदभाव को लेकर नीतीश कुमार सरकार पर लगाए गए आरोपों पर जद (यू) ने तीखी प्रतिक्रिया दी और बिहार सरकार के एक मंत्री ने भाजपा नेता से कहा कि उन्हें “घड़ियाली आंसू” बहाने बंद करने चाहिए।
सिंह की पार्टी राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा है और उन्होंने हाल में राज्य सरकार पर आरोप लगाया था कि उनके बाढ़ प्रभावित संसदीय क्षेत्र बेगूसराय के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है, जबकि कुमार के गृह जिले नालंदा को “पर्याप्त बारिश के बावजूद” सूखाग्रस्त घोषित कर दिया गया। मुख्यमंत्री के करीबी माने जाने वाले राज्य मंत्री श्रवण कुमार ने नवादा में संवाददाताओं से कहा, “ये नीतीश कुमार की घोषित नीति है कि जो बाढ़ और सूखा जैसी प्राकृतिक आपदाओं से ग्रस्त हैं, राज्य के खजाने पर पहला हक उनका है। उनकी सरकार किसी भी क्षेत्र के साथ भेदभाव नहीं करती है।” उन्होंने कहा, “उन्हें (गिरिराज सिंह) बेगूसराय के लिए घड़ियाली आंसू बहाने बंद करने चाहिए।
एक सांसद और एक केंद्रीय मंत्री के रूप में बेगूसराय के लिए उनकी अपनी भी कुछ जिम्मेदारियां हैं। उन्हें दूसरों पर बंदूक तानने की जगह खुद कुछ पहल करनी चाहिए।” सिंह से बेगूसराय दौरे के दौरान जब जद (यू) की प्रतिक्रिया पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, “तो क्या मैं आत्महत्या कर लूं? अगर एक निर्वाचित प्रतिनिधि के रूप में अपने क्षेत्र की आवाज न उठाऊं, तो मुझसे और क्या करने उम्मीद है?” इस बयान पर कांग्रेस के विधान पार्षद प्रेम चंद्र मिश्रा ने कहा है कि सिंह के खिलाफ आत्महत्या की कोशिश का मामला और जिस जद (यू) नेता ने उन्हें ऐसा कहने के लिए उकसाया, उनके खिलाफ भी मामला दर्ज किया जाना चाहिए।