मंदिर पर शरद पवार के बयान के बाद उमा भारती का पलटवार, कहा- ये बातें पीएम मोदी नहीं भगवान राम के खिलाफ हैं
By विनीत कुमार | Published: July 20, 2020 12:31 PM2020-07-20T12:31:36+5:302020-07-20T12:31:36+5:30
उमा भारती ने शरद पवार के राम मंदिर पर दिए बयान को भगवान राम के खिलाफ बताया है। उमा भारती का ये बयान शरद पवार के उस बयान के बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि कुछ लोगों को ऐसा लगता है कि मंदिर बनाने से कोरोना चला जाएगा।
बीजेपी नेता उमा भारती ने एनसीपी नेता शरद पवार पर बड़ा हमला बोला है। उमा भारती ने मंदिर को लेकर दिए शरद पवार के बयान पर कहा है कि ये बातें भगवान राम के खिलाफ हैं। न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार उमा भारती ने कहा, 'ये बयान पीएम नरेंद्र मोदी के नहीं बल्कि भगवान राम के खिलाफ हैं।'
शरद पवार ने दरअसल रविवार को कहा था, 'हम इस बारे में सोच रहे हैं कि कोरोना से कैसे लड़ा जाए जबकि कुछ लोगों को लगता है कि कोरोना एक मंदिर बनाने से चला जाएगा।' शरद पवार की ओर से ये टिप्पणी तब आई थी जब एक दिन पहले ही श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अयोध्या में राम मंदिर की आधारशिला रखने के लिए अगले महीने की दो तारीखों का सुझाव दिया था।
This statement is against Lord Ram, not against PM Modi: BJP leader Uma Bharti on NCP leader Sharad Pawar's remark, 'We are thinking of how to fight #Coronavirus while some people think that corona will go by building a temple' pic.twitter.com/zUGR1rkI6t
— ANI (@ANI) July 20, 2020
ट्रस्ट ने तीन या पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शिलान्यास करने के लिए आमंत्रित किया है। पवार ने सोलापुर में पत्रकारों से कहा, ‘कोविड-19 का उन्मूलन महाराष्ट्र सरकार की प्राथमिकता है, लेकिन कुछ लोगों को लगता है कि मंदिर का निर्माण करने से इस पर काबू पाने में मदद मिलेगी।’
एनसीपी नेता से राम मंदिर की आधारशिला रखे जाने की प्रस्तावित तिथि के बारे में सवाल किया गया, जिसके जवाब में उन्होंने ये कहा। बता दें कि कोर्ट के फैसले के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने पांच फरवरी को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के गठन की घोषणा की थी।
गौरतलब है कि एक लंबी कानूनी लड़ाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल नौ नवंबर को बड़ा फैसला सुनाया था, जिसके बाद अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ था। ट्रस्ट के सदस्यों की अयोध्या में पिछले हफ्ते शनिवार को हुई बैठक में मंदिर की आधारशिला रखने की संभावित तिथि के बारे में फैसला लिया गया।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के एक सदस्य कामेश्वर चौपाल ने बताया कि बैठक में राम मंदिर की ऊंचाई के मुद्दे पर चर्चा की गई। मंदिर की ऊंचाई 161 फुट होगी और इसमें पांच गुंबद होंगे। ट्रस्ट की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी के पूर्व प्रधान सचिव और राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रधान सचिव अवनीश अवस्थी ने भी भाग लिया।