बीजेपी को हराने के लिए कांग्रेस से हाथ मिलाने को तैयार हैं शिवपाल यादव, राम मंदिर और हनुमान विवाद पर भी दिया बयान
By भाषा | Published: December 26, 2018 04:01 PM2018-12-26T16:01:34+5:302018-12-26T16:03:42+5:30
भगवान हनुमान की जाति को लेकर उपजे विवाद पर शिवपाल ने कहा कि हनुमान भगवान का रूप हैं और भगवान को जाति में नहीं बांटना चाहिए ।
बरेली (उप्र), 26 दिसंबर: प्रगतिशील समाजवादी पार्टी—लोहिया के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कहा है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए वह कांग्रेस से भी गठबंधन कर सकते हैं ।
शिवपाल कल कस्बा फरीदपुर में पार्टी के कार्यक्रम में शामिल होने आये थे। कांग्रेस के साथ गठबंधन की संभावनाओं को लेकर किये गये सवाल पर उन्होंने कहा कि भाजपा को हराने के लिए कांग्रेस से भी गठबंधन कर सकते हैं ।
उन्होंने कहा कि उनका संगठन 75 जिलों में है । पार्टी ने तय कर लिया है कि प्रदेश की सभी सीटों पर चुनाव लड़ना है और भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ना है ।
शिवपाल ने कहा कि अगर भाजपा को केंद्र से हटाना है तो जो लोग मोर्चे की बात कर रहें है वे हमसे भी बात करें क्योंकि बगैर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के कोई भाजपा को हटा नहीं सकता है। हम गठबंधन के लिए बात करने को तैयार हैं ।
हनुमान की जाति को लेकर उपजे विवाद पर शिवपाल ने कहा कि हनुमान भगवान का रूप हैं और भगवान को जाति में नहीं बांटना चाहिए। भगवान राम के सेवक हनुमान ने बहुत बड़ा काम किया था और जो लोग उन्हें जाति में बांटने की कोशिश कर रहे हैं, उनकी सोच बहुत छोटी है ।
मंदिर मुद्दे पर उन्होंने कहा कि जहाँ पर विवादित स्थल है, वहां पर मंदिर नहीं बनना चाहिए । अभी मामला उच्चतम न्यायालय में है तो किसी भी कीमत पर न्यायालय की अवेहलना नहीं की जानी चाहिए ।
शिवपाल ने कहा कि अयोध्या में सरयू नदी के किनारे बहुत जमीन पड़ी है । वहां मंदिर बने तो वह भी सहयोग करेंगे।
अखिलेश यादव का प्लान
वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि सभी विपक्षी दलों को एक मंच पर लाने का प्रयास कई महीनों से चल रहा है। अखिलेश यादव ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की सभी विपक्षी दलों को एक साथ लाने की कोशिश के लिए तारीफ की। अखिलेश यादव ने कहा कि वो चंद्रशेखर राव से मिलने हैदराबाद जाएंगे।
चंद्रशेखर राव पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से इससे पहले मुलाकात कर चुके हैं। माना जा रहा है कि चंद्रेशेखर राव गैर-बीजेपी और गैर-कांग्रेस गठबंधन बनाने की कोशिश कर रहे हैं।