लखनऊ, 12 अक्टूबरः अपने बागी तेवरों से भारतीय जनता पार्टी के लिए असहज करने वाले शत्रुघ्न सिन्हा आगामी लोकसभा चुनाव में बड़ी मुसीबत खड़ी कर सकते हैं। गुरुवार को शत्रुघ्न सिन्हा ने समाजवादी पार्टी कार्यालय में अखिलेश यादव से मुलाकात की। उनके साथ बीजेपी के पूर्व नेता यशवंत सिन्हा भी शामिल हुए।
इस मुलाकात ने आगामी चुनाव को लेकर नई सुगबुगाहट को जन्म दे दिया है। माना जा रहा है कि शत्रुघ्न सिन्हा वाराणसी सीट से नरेंद्र मोदी को चुनौती पेश कर सकते हैं। उन्हें समाजवादी पार्टी से टिकट मिलने के संकेत हैं। हालांकि स्पष्ट रूप से किसी ने कुछ नहीं कहा है।
बीजेपी काट सकती है शत्रुघ्न का टिकट
पिछले दिनों ऐसी खबरें आ रही थी कि बीजेपी किसी असहज स्थिति से बचने के लिए आगामी चुनाव में शत्रुघ्न सिन्हा का टिकट काट सकती है। चर्चा है कि भाजपा अपने बडबोले सांसद बिहारी बाबू अर्थात शत्रुघ्न सिन्हा के जगह नमिता भट्टाचार्य को यहां से अपना उम्मीदवार बना सकती है। वैसे, इस चर्चा पर अभी कोई खुलकर बोलने को तैयार नही है, लेकिन कहा जा रहा है कि अभी यह चर्चा प्रारंभिक स्तर पार्टी के भीतर हुई है।
मोदी सरकार के धुर आलोचक हैं सिन्हा
बीजेपी नेता शत्रुघ्न सिन्हा अपनी ही पार्टी की सरकार की आलोचना करते रहते हैं। हाल ही में केंद्र की नरेंद मोदी सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि वे भले ही भाजपा में हैं लेकिन पहले भारतीय जनता के हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अफसोस है उनकी पार्टी 'वन मैन शो, टू मेन आर्मी बनकर रह गयी है।'
इस वर्ष की शुरुआत में भाजपा से अपने को अलग करने की घोषणा करने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने कहा कि आजकल सच बोलने वाले किसी भी व्यक्ति को "देशद्रोही" कहा जाता है।