जयपुर:कांग्रेस विधायक दल की बैठक खत्म हो गई है। इस बैठक में सीएम अशोक गहलोत ने सरकार के खिलाफ काम करने वाले पार्टी कार्यकर्ताओं या कहें तो सचिन पायलट पर कार्रवाई का रास्ता साफ कर दिया है।
मिल रही जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सरकार के खिलाफ काम करने वाले विधायकों पर कार्रवाई का प्रस्ताव पास हो गया है। इस बीच खबर यह है कि राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार के कैबिनेट मंत्री रमेश मीणा ने कहा है कि मैं सचिन पायलट के साथ हूं।
वहीं, सचिन पायलट ने भी कहा कि वह किसी कांग्रेसी के बड़े नेता के संपर्क में नहीं हैं। सचिन पायलट ने यह भी कहा है कि अशोक गहलोत के पास सिर्फ 84 विधायक हैं। बाकी शेष विधायक हमारे साथ हैं। सचिन पायलट ने यह भी कहा है कि हमने कांग्रेस से समझौता करने के लिए कोई शर्त नहीं रखा है।
सचिन पायलट को मनाने में जुटीं प्रियंका गांधी
हालांकि इस बीच बताया जा रहा है कि पार्टी से नाराज चल रहे सचिन पायलट को मनाना का काम जारी है और इस मोर्चे को खुद प्रियंका गांधी ने संभाला है। प्रियंका सचिन पायलट और अशोक गहलोत से बात कर राजस्थान में जारी राजनीतिक संकट को दूर करने की कोशिश कर रही हैं।
सीएम आवास पर बैठक में शामिल हुए 107 विधायक
सोमवार को मुख्यमंत्री आवास पर हुई बैठक में 100 से अधिक विधायकों ने हिस्सा लिया और विक्ट्री साइन दिखाकर साफ किया है सीएम अशोक गहलोत के पास बहुमत है। कांग्रेस का दावा है कि उसके पास 109 विधायकों का समर्थन है। एएनआई के अनुसार 107 एमएलए विधायक दल की बैठक में शामिल हुए। इसके बाद अब सबकी नजर सचिन पायलट पर है, जो सोमवार को विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं हुए।
सचिन पायलट का दावा- अल्पमत में गहलोत सरकार
इससे पहले रविवार को सचिन पायलट ने दावा किया था कि राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार अल्पमत में हैं। उन्होंने साथ ही कहा कि उन्हें 30 से अधिक कांग्रेस और कुछ निर्दलीय विधायकों ने उन्हें समर्थन देने का वादा किया है। पायलट के समर्थक माने जाने वाले कुछ विधायकों के शनिवार को दिल्ली में होने के वजह से गुटबाजी की चर्चा को हवा मिली थी। हालांकि तीन ऐसे विधायकों ने जयपुर आकर स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि दिल्ली वे अपने व्यक्तिगत कारणों से गए थे।