नई दिल्लीः राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच चल रहे गतिरोध के दौरान मुख्यमंत्री ने मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम पर चर्चा करने के लिए रविवार रात सभी पार्टी विधायकों की एक बैठक बुलाई थी, जोकि पूरी हो गई है। इस बीच कहा गया है कि अशोक गहलोत के पास पूरी समर्थन है।
समचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, अशोक गहलोत की कांग्रेस विधायकों के साथ बैठक संपन्न होने के बाद पार्टी विधायक राजेंद्र गुड्डा ने कहा, 'गहलोत जी के पास बहुमत है। हम भी प्रयास कर रहे हैं और कुछ बीजेपी विधायक हमारे संपर्क में हैं। हम बीजेपी से ज्यादा से ज्यादा विधायकों को लाएंगे।'
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के आवास पर आज बैठक में लगभग 75 विधायक/मंत्री उपस्थित थे। उनके आवास पर अभी रणदीप सिंह सुरजेवाला और अजय माकन मौजूद हैं। कल विधायक दल की बैठक होनी है। बताया गया है कि यह संभावना है कि की बैठक के बाद पार्टी की ओर से एक व्हिप जारी की जाएगी और अनुपस्थित विधायकों को परिणाम भुगतना होंगे, लेकिन अभी तक कुछ भी अंतिम रूप नहीं दिया गया है। अजय माकन, रणदीप सुरजेवाला, अविनाश पांडे और गहलोत की इस बैठक के बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
सचिन पायलट का दावा, अल्पमत में है सरकार
इस बीच उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने रविवार रात दावा किया कि अशोक गहलोत सरकार अल्पमत में है और 30 से अधिक कांग्रेस और कुछ निर्दलीय विधायकों ने उन्हें समर्थन देने का वादा किया है। एक अधिकारिक बयान में पायलट ने कहा कि वह सोमवार को होने वाली कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं होंगे। शनिवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से सरकार को बीजेपी द्वारा अस्थिर करने के प्रयास का आरोप लगाने के बाद राजनीतिक संकट के बीच पायलट की यह पहली प्रतिक्रिया है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिले पायलट
सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस आलाकमान ने पायलट से मिलकर इस मामले में बात करने को लेकर दिलचस्पी नहीं दिखाई है। ऐसे में अब खबर है कि सचिन पायलट ने बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया से दिल्ली में 40 मिनट तक मुलाकात की है। सचिन पायलट खुद सिंधिया के दिल्ली स्थित उनके घर पर मिलने के लिए गए थे। यहां उन्होंने राजस्थान के सत्ता संग्राम को लेकर सिंधिया का साथ बात की है।
बीजेपी पर लगा सरकार को अस्थिर करने का आरोप
यह आरोप लगाया गया था कि बीजेपी मध्य प्रदेश की तर्ज पर सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रही है, जबकि पार्टी के विधायक और निर्दलीय विधायक गहलोत के नेतृत्व में विश्वास प्रकट करने के लिए उनके निवास पर मुलाकात कर हैं। पायलट के समर्थक माने जाने वाले कुछ विधायकों के शनिवार को दिल्ली में होने के वजह से गुटबाजी की चर्चा को हवा मिली थी। हालांकि तीन ऐसे विधायकों ने जयपुर आकर स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि दिल्ली वे अपने व्यक्तिगत कारणों से गये थे। दानिश अबरार, चेतन डूडी और रोहित बोहरा ने कहा कि उनके बारे में मीडिया ने आंशका जताई थी, लेकिन वो पार्टी आलाकमान के निर्देशों का पालन पार्टी के एक सच्चे सिपाही के जैसे करेंगे।