भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए 131 उम्मीदवारों की अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी है। केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने रविवार रात को ये लिस्ट पेश की है। उन्होंने बताया कि राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए बीजेपी ने 131 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है।
राजस्थान में 7 दिसंबर को वोटिंग होनी है। सोमवार को अधिसूचना जारी होने के साथ ही प्रदेश में नामांकन पत्र भरने का कार्य शुरू हो जाएगा जो 19 नंवबर तक चलेगा। रविवार शाम को दिल्ली में बीजेपी केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई, जिसके बाद ये लिस्ट जारी हुई। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी शामिल हुईं।
कांग्रेस व भाजपा का प्रमुख एजेंडा
भाजपा का मुख्य एजंेडा इस बार पार्टी को ग्रासरूट स्तर पर मजबूती देना है। जावडेकर के मुताबिक ग्रासरूट स्तर पर मजबूत होने पर भाजपा को चुनौती देना बेहद मुश्किल होगा। यह भी देखने में आ रहा है कि कांग्रेस व कुछ हद तक भाजपा भी एक व्यक्ति को मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर पेष करने से बच रहे हैं। केन्द्रीय स्तर पर कांग्रेस ने मध्यप्रदेष की तर्ज पर राजस्थान में भी वरिष्ठ नेताओं को चुनाव मैदान में नहीं उतारने का निर्णय लिया है।
शायद यही कारण है कि अषोक गहलोत, सीपी जोषी और यहां तक कि सचिन पायलट चुनाव ना लड सिर्फ चुनाव प्रचार करते नजर आ रहे हैं। इसी तरह वसुंधरा राजे सुराज गौरव यात्रा व जनसंवाद कार्यकमों के माध्यम से जन जन तक अपनी मौजूदगी और पार्टी द्वारा किये कार्यों को पहुंचाने में जुटी हुयी हैं।
वहीं कांग्रेस बूथ जिताओ भ्रष्टाचार मिटाओ के माध्यम से राजस्थान के 51 हजार बूथ के लक्ष्य के द्वारा आम जन तक पहुंच कर भाजपा का असली चेहरा लोगों तक पहुंचाने में लगा है।
इधर हनुमान बेनीवाल की नवगठित राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी व घनश्याम तिवाडी की भारत वाहिनी पार्टी के द्वारा तीसरा मोर्चा भी प्रबल होता जा रहा है। इन सबके बीच आप और बसपा स्वतंत्र रूप से क्या कुछ कर पायेंगे यह कयास लगाना अभी मुश्किल है। अटकलों का यह दौर अभी तो अंत समय तक कई रूपों में चलेगा।