फिर से डॉलर के मुकाबले रुपया गिरने पर राहुल ने कसा मोदी सरकार पर तंज, कहा-यह ब्रेकिंग नहीं...ब्रोकेन है
By रामदीप मिश्रा | Updated: October 4, 2018 12:18 IST2018-10-04T12:18:04+5:302018-10-04T12:18:04+5:30
लगातर रुपये में कमजोरी चिंता का विषय बनती जा रही है। वहीं, लगातार तेल की बढ़ती वैश्विक कीमतों और पूंजी निकासी जारी रहने के बीच आयातकों से अमेरिकी मुद्रा के लिए मजबूत मांग के चलते रुपया निचले स्तर पर पहुंच रहा है।

फिर से डॉलर के मुकाबले रुपया गिरने पर राहुल ने कसा मोदी सरकार पर तंज, कहा-यह ब्रेकिंग नहीं...ब्रोकेन है
नई दिल्ली, 04 सितंबरः डॉलर के मुकाबले रुपये में लगातार रिकॉर्ड तोड़ गिरावट आ रही है। गुरुवार को भी रुपया डॉलर के मुकाबले 36 पैसे सस्ता हुआ है, जिसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने फिर से हमला बोला है। उन्होंने दोबारा ट्वीट कर इशारों ही इशारों में तंज कसते हुए नरेंद्र मोदी सरकार को आड़े हाथ लिया है। बता दें, ट्विटर के जरिए राहुल गांधी केंद्र सरकार पर आक्रामक रुख अपनाए हुए हैं।
राहुल गांधी ने रुपये के गिरने के बाद आई ब्रेकिंग न्यूज को लेकर कहा, '#ब्रेकिंग: रुपया 73.77 पर लुढ़का।' इसके बाद उन्होंने आगे कहा, 'यह (रुपया) ब्रेकिंग नहीं, ब्रोकेन (टूटा हुआ) है।'
#Breaking: Rupee slips to 73.77
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 4, 2018
It's not breaking - it's Broken.#Rupee
इससे पहले उन्होंने बुधवार को कविता लिखकर हमला बोला था, जिसमें राहुल ने कहा, रुपया गया 73 पार महँगाई मचाए हाहाकार,
तेल-गैस में लगी है, आग बाजार में मची भागम-भाग, ओ 56 इंच सीने वाले, कब तक चलेगा ‘साइलेंट मोड’, कहाँ है ‘अच्छे दिन का कोड’?'
रुपया गया 73 पार
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 3, 2018
महँगाई मचाए हाहाकार
तेल-गैस में लगी है आग
बाजार में मची भागम-भाग
ओ 56 इंच सीने वाले
कब तक चलेगा ‘साइलेंट मोड’
कहाँ है ‘अच्छे दिन का कोड’?#RupeeAt73
उल्लेखनीय है गुरुवार को पहली बार अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 73.70 पर पहुंचा। बाजार खुलने के तुरंत बाद ही रुपये में गिरावट बढ़ी और 73.70 प्रति डॉलर के स्तर तक फिसल गया। यह अबतक का सबसे निचला स्तर है। इससे पहले बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 43 पैसे गिरकर 73.34 रुपये पर पहुंच गया था।
लगातर रुपये में कमजोरी चिंता का विषय बनती जा रही है। वहीं, लगातार तेल की बढ़ती वैश्विक कीमतों और पूंजी निकासी जारी रहने के बीच आयातकों से अमेरिकी मुद्रा के लिए मजबूत मांग के चलते रुपया निचले स्तर पर पहुंच रहा है। इसके अलावा अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वार का भी असर मार्केट पर दिख रहा है।
उधर, तुर्की में इकनोमिक क्राईसस ने भी भारतीय रुपये पर दबाव डाला है। केवल भारत की नहीं बल्कि दुनियाभर में कई प्रमुख करंसी में लगातार कमजोरी देखी जा रही है।