पश्चिम बंगाल में पुलिस ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष को चक्रवात प्रभावित इलाकों में जाने से रोका

By अनुराग आनंद | Published: May 23, 2020 02:49 PM2020-05-23T14:49:21+5:302020-05-23T15:15:42+5:30

दिलीप घोष चक्रवात अम्फान प्रभावित इलाकों में शामिल कैनिंग और बासंती में राहत सामग्री ले कर जा रहे थे तभी जिले के गराई इलाके के धलाई पुल के पास पुलिस ने उन्हें रोक दिया।

Police in West Bengal prevented BJP state president Dilip Ghosh from visiting cyclone affected areas | पश्चिम बंगाल में पुलिस ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष को चक्रवात प्रभावित इलाकों में जाने से रोका

दिलीप घोष (फाइल फोटो)

Highlightsदिलीप घोष ने बताया कि मुझे नहीं पता कि क्यों मुझे चक्रवात प्रभावित इलाकों में जाने से रोका गया।दिलीप घोष ने कहा कि यदि उन्हें प्रभावित इलाकों में जाने की इजाजत नहीं दी गई तो वह धरने पर बैठ जाएंगे।

कोलकाता: बंगाल में टीएमसी व बीजेपी के नेता आमने सामने हैं। बंगाल पुलिस ने पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष को राज्य के चक्रवात प्रभावित दक्षिण 24 परगना जिले के कई इलाकों में जाने से रोक दिया जिसके बाद भाजपा और राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के बीच वाकयुद्ध शुरू हो गया।

टीओआई के मुताबिक, दिलीप घोष चक्रवात अम्फान प्रभावित इलाकों में शामिल कैनिंग और बासंती में राहत सामग्री ले कर जा रहे थे तभी जिले के गराई इलाके के धलाई पुल के पास पुलिस ने उन्हें रोक दिया। घोष ने बताया,‘‘मुझे नहीं पता कि क्यों मुझे चक्रवात प्रभावित इलाकों में जाने से रोका गया। तृणमूल के नेता उन स्थानों पर जा रहे हैं और राहत सामग्री बांट रहे हैं। पुलिस उन्हें नहीं रोक रही है। नियम केवल भाजपा नेताओं के लिए बदलते हैं।’’ 

घोष ने कहा कि यदि उन्हें प्रभावित इलाकों में जाने की इजाजत नहीं दी गई तो वह धरने पर बैठ जाएंगे। उन्होंने कहा, ‘‘अगर राज्य सरकार राहत पर राजनीति करना चाहती है तो उन्हें हमारे कार्यकर्ताओं से इसके जवाब के लिए भी तैयार रहना चाहिए।’’ 

इससे पहले घोष और पार्टी के कार्यकर्ताओं की पुलिसकर्मियों के साथ झड़प हुई और कार्यकर्ताओं ने घोष की गाड़ी को जाने देने के लिए पुलिसकर्मियों को धक्का दिया। पुलिस ने हालांकि इस संबंध में कुछ भी कहने से इनकार किया। कोलकाता के महापौर और राज्य के मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा कि भाजपा राहत सामग्री को बांटने में भी राजनीति करने पर तुली हुई है। 

बता दें कि चक्रवाती तूफान के चलते राज्य में कम से कम 77 लोगों की जान चली गई और राजधानी कोलकाता समेत कई दक्षिणी जिले तबाह हो गए हैं। नरेंद्र मोदी ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ चक्रवात से प्रभावित कुछ इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। उत्तर 24 परगना जिले के बशीरहाट में धनखड़, बनर्जी और राज्य के शीर्ष अधिकारियों के साथ आधिकारिक बैठक में स्थिति की समीक्षा में मोदी ने प्रत्येक मृतक के परिवार को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा भी की।

कोविड-19 वैश्विक महामारी से निपटते हुए भी प्राकृतिक आपदा का सामना करने के लिए राज्य प्रशासन को प्रेरित करने के बनर्जी के प्रयासों की सराहना करते हुए मोदी ने कहा कि पूरा देश पश्चिम बंगाल के साथ खड़ा है जहां सरकार द्वारा कदम उठाए जाने के बावजूद करीब 80 लोगों की जान चली गई मोदी ने वीडियो संदेश में कहा, ‘‘ मैं राज्य को 1,000 करोड़ रुपये की अग्रिम मदद देने की घोषणा करता हूं। घरों के अलावा कृषि, बिजली और अन्य क्षेत्रों को पहुंचे नुकसान का विस्तृत आकलन किया जाएगा।’’ उत्तर एवं दक्षिण 24 परगना, पूर्व एवं पश्चिम मिदनापुर, कोलकाता, हावड़ा और हुगली जिलों में अवसंरचना, सार्वजनिक और निजी संपत्ति को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा है।

Web Title: Police in West Bengal prevented BJP state president Dilip Ghosh from visiting cyclone affected areas

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