प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीसिंगापुर पहुंच गए हैं। वह मंगलवार रात को सिंगापुर की दो दिवसीय यात्रा के लिए रवाना हो गए थे। इस दौरान वह पूर्वी एशिया सम्मेलन, आसियान-भारत अनौपचारिक बैठक, क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक साझेदारी बैठक में भाग लेंगे और अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। मोदी का सिंगापुर पहुंचे ही जोरदार स्वागत हुआ है।
मोदी के स्वागत के लिए एयरपोर्ट पर पहले ही भारतीय मूल के लोग के मौजूद थे जिन्होंने उनका स्वागत किया। मोदी ने भी हाथ मिला कर सभी का अभिवादन स्वीकार किया। मोदी सिंगापुर की 36 घंटे की यात्रा के लिए बुधवार सुबह वहां पहुंच जाएंगे और पहुंचने के बाद उनका पहला कार्यक्रम सिंगापुर फिनटेक सम्मेलन में संबोधन होगा। आज वह अमेरिका के उपराष्ट्रपति पेंस से मुलाकात करेंगे।
सम्मेलन के लिए सिंगापुर गए मोदी
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर कहा था कि एक्ट ईस्ट पॉलिसी’ पर ध्यान बरकरार है। मोदी 13वें पूर्वी एशिया सम्मेलन, आसियान-भारत ब्रेकफास्ट सम्मेलन और आरसीईपी सम्मेलन में भाग लेने के लिए सिंगापुर रवाना। इसके इतर प्रधानमंत्री द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे और सिंगापुर फिनटेक फेस्टिवल में महत्वपूर्ण भाषण भी देंगे।
सिंगापुर यात्रा से रवाना होने से पहले मोदी ने कहा कि आसियान-भारत तथा पूर्वी एशिया सम्मेलनों में उनकी भागीदारी आसियान के सदस्य देशों तथा व्यापक भारत-प्रशांत क्षेत्र के साथ संबंधों को मजबूत बनाने के भारत के निरंतर संकल्प का प्रतीक है।
प्रधानमंत्री ने सिंगापुर रवाना होने से पहले मंगलवार को एक बयान में कहा, ‘‘इन बैठकों में मेरी भागीदारी आसियान के सदस्य देशों तथा व्यापक भारत-प्रशांत क्षेत्र के देशों के साथ संबंधों को मजबूत बनाने के हमारे निरंतर संकल्प का प्रतीक है। मैं आसियान तथा पूर्वी एशिया के शिखर नेताओं के साथ बातचीत को लेकर आशान्वित हूं।उन्होंने कहा, ‘‘ बुधवार को, मुझे प्रथम शासनाध्यक्ष के रूप में सिंगापुर फिनटेक उत्सव में अहम भाषण देने का सम्मान प्राप्त होगा।’’ उन्होंने कहा कि वित्तीय टेक्नोलॉजी पर विश्व के सबसे बड़े आयोजन वाला यह उत्सव तेजी से बढ़ रहे इस क्षेत्र में न केवल भारत की शक्ति को प्रदर्शित करने का उचित मंच है बल्कि नवाचार और विकास को बढ़ाने के लिए वैश्विक साझेदारी करने का भी मंच है।
उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान उन्हें संयुक्त भारत-सिंगापुर हैकेथॉन के प्रतिभागियों और विजेताओं के साथ बातचीत करने का अवसर प्राप्त होगा। उन्होंने कहा, ‘‘ मेरा दृढ़ विश्वास है कि यदि हम सही और प्रोत्साहन देने वाली प्रणाली मुहैया कराते हैं तो हमारे युवाओं की योग्यता मानवता की चुनौतियों का समाधान करने में वैश्विक नेता बनने की है। मोदी ने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि सिंगापुर की मेरी यात्रा आसियान तथा पूर्व एशिया देशों के साथ साझेदारी विकसित करने में गति प्रदान करेगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘सिंगापुर प्रस्थान करने के अवसर पर मैं इस वर्ष आसियान की सफलतापूर्वक अध्यक्षता के लिए सिंगापुर को हृदय से बधाई देना चाहूंगा और आसियान तथा संबंधित शिखर बैठकों के आयोजन की सफलता की शुभकामनाएं व्यक्त करता हूं।’
इन सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री अन्य नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। विदेश मंत्रालय ने पहले कहा था कि वह 14 नवंबर को अमेरिकी उपराष्ट्रपति माइक पेंस के साथ द्विपक्षीय मुलाकात करेंगे।
व्हाइट हाउस ने गत सप्ताह कहा था कि पेंस और मोदी सिंगापुर में अपनी बैठक के दौरान भारत-अमेरिका रक्षा सहयोग और द्विपक्षीय रिश्ते पर चर्चा करेंगे।(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)