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चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने अगवा किए गए अरुणाचली युवक को आजाद किया, जानिए मामला

By भाषा | Updated: April 7, 2020 21:32 IST

रक्षा जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल पी खोंगसाई ने कहा कि 21 वर्षीय टोगले सिंगकाम को सीमा की निगरानी कर रहे भारतीय सेना के जवानों के हवाले कर दिया गया जिसे कोरोना वायरस संक्रमण के डर से तत्काल पृथक वास में रख दिया गया।

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ठळक मुद्देदोनों सेनाओं के बीच अच्छे रिश्ते के चलते सिंगकाम को मंगलवार को भारतीय सेना के हवाले कर दिया गया। अधिकारी ने बताया कि सेना ने उसे पृथक वास में डाल दिया है और 14 दिन बाद उसे उसके परिवार के हवाले कर दिया जाएगा।

ईटानगरः चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सुबानसिरी जिले में मैकमोहन रेखा के समीप से 19 मार्च को अगवा कर लिये गये 21 वर्षीय एक भारतीय व्यक्ति को मंगलवार को रिहा कर दिया।

रक्षा जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल पी खोंगसाई ने कहा कि 21 वर्षीय टोगले सिंगकाम को सीमा की निगरानी कर रहे भारतीय सेना के जवानों के हवाले कर दिया गया जिसे कोरोना वायरस संक्रमण के डर से तत्काल पृथक वास में रख दिया गया।

उन्होंने कहा कि जब यह (अपहरण की) घटना सामने आयी तब भारतीय सेना तुरंत हरकत में आयी और उसने स्थापित सीमा प्रबंधन प्रणाली के माध्यम से चीनी पक्ष से संपर्क किया, ऐसे में क्षेत्र में अमन-चैन एवं दोनों सेनाओं के बीच अच्छे रिश्ते के चलते सिंगकाम को मंगलवार को भारतीय सेना के हवाले कर दिया गया।

उन्होंने कहा कि इससे सिंगकाम के परिवार एवं इलाके के लोगों को बहुत राहत मिली है। अधिकारी ने बताया कि सेना ने उसे पृथक वास में डाल दिया है और 14 दिन बाद उसे उसके परिवार के हवाले कर दिया जाएगा। टोगले सिंगकाम और उसके दो दोस्त--गामशी चादर और रोन्या नादे 19 मार्च कोमछली पकड़ने और तागिन समुदाय से संबद्ध जमीन पर कुछ पारंपरिक वनस्पतियां एकत्र करने गये थे, उसी वक्त चीनी सुरक्षाकर्मियों ने कथित रूप से घात लगाकर उन्हें घेर लिया।

सिंगकाम के दो दोस्त भागने में सफल रहे जबकि उसे चीनी सुरक्षाकर्मियों ने बंदूक का कथित रूप से भय दिखाकर अगवा कर लिया। सिंगकाम के परिवार ने 23 मार्च को नाचो थाने में शिकायत दर्ज करायी थी । मैकमोहन रेखा चीन के तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र एवं अरुणाचल प्रदेश के बीच सीमांकन करती है लेकिन चीन अरुणाचल प्रदेश पर अपना दावा करता है। राज्य के कई संगठनों ने राज्य सरकार से इस युवक की सुरक्षित रिहाई के लिए केंद्र के सामने यह मामला उठाने की अपील की थी। 

टॅग्स :दिल्लीचीनशी जिनपिंगनरेंद्र मोदी
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