नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर (Kanpur)में बृहस्पतिवार देर रात दबिश देने गई पुलिस टीम पर हमला कर आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद अब सियासी रंग लेना शुरू कर दिया है। इसके लिए पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ट नेता पी चिदंबरम ( P Chidambaram) ने यूपी की योगी सरकार पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश हर मामले में पिछड़ा हुआ और इसके लिए वो लोग जिम्मेदार हैं जो पिछले कई सालों से यहां शासन कर रहे हैं।
पी चिदंबरम ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा, 'यूपी हर लिहाज से इतना पिछड़ा है कि यूपी पर राज करने वालों को शर्म से सिर झुका लेना चाहिए। यूपी में कांग्रेस 1985-1989 में 30 साल पहले आखिरी बार सरकार में थी। भाजपा कांग्रेस को दोष नहीं दे सकती है और सोच रही है कि किसे दोषी ठहराया जा सकता है?'
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, 'यह विश्वास करना मुश्किल है कि एक प्रशिक्षित पुलिस बल सूर्यास्त के बाद अपने कुख्यात अपराधी को गिरफ्तार करने के लिए जाएगी। त्रासदी का पूर्वाभास हो गया था। मैं पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं।'
विकास दुबे की तलाश में छापेमारी कर रहे हैं पुलिस के कई दल
बता दें कि कुख्यात अपराधी विकास को पकड़ने के लिये पुलिस की 25 से अधिक टीम उत्तर प्रदेश और अन्य प्रदेशों में लगातार छापेमारी कर रही हैं लेकिन घटना के करीब 36 घंटे बाद भी वह पुलिस की पकड़ से बाहर है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक कुछ पुलिसकर्मियों से भी पूछताछ की जा रही है ताकि यह जाना जा सके कि दुबे को उसके घर पर पुलिस की छापेमारी के बारे में पहले से खबर कैसे लगी जिससे उसने पूरी तैयारी के साथ पुलिस दल पर हमला किया। कानपुर के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) मोहित अग्रवाल ने बताया, ''विकास दुबे और उसके सहयोगियों को पकड़ने के लिये पुलिस की 25 टीमें लगायी गयी हैं जो प्रदेश के विभिन्न जिलों के अलावा कुछ दूसरे प्रदेशों में भी छापेमारी कर रही हैं।” हालांकि, उन्होंने कहा कि यह नहीं बताया जा सकता कि पुलिस की टीमें किन-किन जनपदों में और किन प्रदेशों में तलाशी अभियान चला रही है
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गौरतलब है कि बृहस्पतिवार देर रात कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के गांव बिकरू निवासी कुख्यात अपराधी विकास दुबे को उसके गांव पकड़ने पहुंची पुलिस टीम पर हमला कर दिया गया था जिसमें एक क्षेत्राधिकारी, एक थानाध्यक्ष समेत आठ पुलिस कर्मी शहीद हो गए। मुठभेड़ में पांच पुलिसकर्मी, एक होमगार्ड और एक आम नागरिक घायल है। पहली मुठभेड़ में अपराधी पुलिसकर्मियों के हथियार भी छीन ले गये, जिनमें एके-47 रायफल, एक इंसास रायफल, एक ग्लाक पिस्टल तथा दो नाइन एमएम पिस्टल शामिल हैं। इस मुठभेड़ के कुछ घंटे बाद हुई दूसरी पुलिस मुठभेड़ में पुलिस ने दो अपराधियों को मार गिराया था और उनके पास से लूटी गयी एक पिस्टल भी बरामद की थी।
घटना के बाद शुक्रवार शाम कानपुर पहुंचे प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चौबेपुर थानाक्षेत्र में अपराधियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी और घटना के लिए जिम्मेदार किसी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा। योगी ने शहीदों के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने का भी एलान किया था।