भगवामय हैं आज के अधिकांश हिंदी अखबार, गुजरात-हिमाचल चुनाव नतीजों को ऐसे कवर किया

By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: December 19, 2017 10:04 AM2017-12-19T10:04:10+5:302017-12-19T11:19:22+5:30

गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव नतीजेः नवभारत टाइम्स, अमर उजाला, दैनिक जागरण, हिंदुस्तान जैसे अखबारों के नजरिए से...

Newspaper Review after Gujarat and Himachal Assembly results, how they cover | भगवामय हैं आज के अधिकांश हिंदी अखबार, गुजरात-हिमाचल चुनाव नतीजों को ऐसे कवर किया

भगवामय हैं आज के अधिकांश हिंदी अखबार, गुजरात-हिमाचल चुनाव नतीजों को ऐसे कवर किया

'ब्रांड मोदी' ने हिमाचल जिताया, गुजरात बचाया

अब 14 राज्यों में केसरिया

मोदी की जय 'विकास की जीत'

घर बचा, द्वार पर कांग्रेस

वोटरों ने अटकाया... 99 का फेर

मोदी सबसे बड़े खेवैया

आज के अधिकांश हिंदी समाचार पत्र इन्हीं शीर्षकों से भरे पड़े हैं। 18 दिसंबर 2017 को गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे आए। दोनों राज्यों में बीजेपी पूर्ण बहुमत हासिल करने में सफल रही है। गुजारत में बीजेपी लगातार 22 साल से सत्ता पर काबिज है तो वहीं हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के सिर से सत्ता का ताज छीना। इन नतीजों को मंगलवार (19-12-2017) के समाचार पत्रों ने कैसे कवर किया है आइए उसी का एक रिव्यू करते हैं।

लीड खबर

मुख्य खबर को कमोबेस सभी अखबारों ने 'मोदी ब्रांड' की जीत के रूप में दर्शाया है। दैनिक जागरण ने लिखा है 'मोदी सबसे बड़े खेवैया'। अमर उजाला का शीर्षक है 'अब 14 राज्यों में केसरिया'। हिंदुस्तान लिखता है ब्रांड मोदी ने हिमाचल जिताया, गुजरात बचाया। नवभारत टाइम्स का शीर्षक है मोदी की जय विकास की जीत। लेकिन दैनिक भास्कर ने मुख्य खबर में एक नया एंगल तलाशने की कोशिश की है। भास्कर का शीर्षक है, 'नतीजे की दो बड़ी बातेंः भाजपा ने गुजरात में 22 साल में सबसे कम सीटें लाकर सत्ता बचाई, हिमाचल में सत्ता छीनी, पर मुख्यमंत्री उम्मीदवार हारे'

साइड खबरें

दैनिक जागरण ने गुजरात की जीत के पांच कारण बताए हैं उसमें मोदी मैजिक, संगठन, विचारधारा, काम ही आया काम और गुजराती अस्मिता को इंगित किया गया है। साथ ही कांग्रेस को पांच सबक भी दिए गए हैं। दैनिक भास्कर ने विश्लेषण करते हुए दिखाया है कि यह मोदी की 12वीं जीत है और राहुल की 29वीं हार है क्योंकि 29 में से 12 राज्य ऐसे हैं जहां कांग्रेस 14 से 50 साल से सत्ता से दूर है। जबकि 25 साल से भाजपा ने 14 राज्य और सहयोगियों के साथ 5 राज्यों में सरकार बना ली है। अमर उजाला ने शहरी गुजरातियों के दिल पर राज, गुजराती अस्मिता का दांव और जीएसटी में बदलाव को भाजपा की ताकत बताया। 

इसके अलावा सभी अखबारों ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद के दावेदार प्रेम कुमार धूमल और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती की हार को भी प्रमुखता से छापा है। अधिकांश अखबारों ने इन चुनावों की कुछ दिलचस्प बातें भी छापी हैं। इसमें मोदी के घर में बीजेपी की हार, तीसरे नंबर पर NOTA, सूरत की सभी सीटों पर बीजेपी की जीत और बीजेपी की जीत से सेंसेक्स का उछलना शामिल है।

तस्वीरें और ग्राफिक्स

नवभारत टाइम्स, अमर उजाला, हिंदुस्तान, दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण... कमोबेस सभी अखबारों ने नरेंद्र मोदी के 'विनिंग' साइन वाली तस्वीर प्रकाशित की है। इसके साथ ही आंकड़ों को ग्राफिक्स के जरिए दर्शाया गया है। अधिकांश हिंदी अखबारों में केसरिया/भगवा रंग का खूब इस्तेमाल किया गया है। कुछ अखबारों के पहले पन्ने पर बीजेपी कार्यकर्ताओं की जश्न मनाती तस्वीर भी प्रकाशित की गई है।

Web Title: Newspaper Review after Gujarat and Himachal Assembly results, how they cover

राजनीति से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे