नवजोत सिंह सिद्धू 'आप' का थाम सकते हैं दामन, प्रशांत किशोर के माध्यम से अरविंद केजरीवाल से बात जारी
By बलवंत तक्षक | Published: June 5, 2020 06:38 AM2020-06-05T06:38:42+5:302020-06-05T06:38:42+5:30
नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से मतभेद के कारण लंबे समय से राजनीति में सक्रिय नजर नहीं आ रहे हैं. ऐसे में अब ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि वे 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले 'आप' का दामन थामने की तैयारी में हैं.
पंजाब के पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धूकांग्रेस को झटका दे सकते हैं. मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से मतभेद के चलते मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के बाद पिछले डेढ़ साल से सिद्धू राजनीतिक वनवास झेल रहे हैं. ऐसी चर्चाएं हैं कि भाजपा का दामन छोड़कर कांग्रेस में जाने वाले नवजोत सिंह सिद्धू अब आम आदमी पार्टी (आप) की टीम में शामिल हो सकते हैं.
सिद्धू भले ही खुद कुछ नहीं बोल रहे हैं, लेकिन उनके नजदीकी लोगों का कहना है कि प्रशांत किशोर के माध्यम से उनकी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से बातचीत चल रही है. सिद्धू चाहते हैं कि वह पंजाब में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के बीच लंबे समय से चली आ रही राजनीतिक लड़ाई का लाभ उठाकर बड़ा मुकाम हासिल करें. इसके लिए वह आप में आना चाहते हैं और वर्ष 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों में मुख्यमंत्री का चेहरा बनना चाहते हैं.
उम्मीद की जा रही है कि कोविड-19 के थोड़ा कमजोर पड़ते ही सिद्धू की केजरीवाल से मुलाकात हो सकती है. पहले भी केजरीवाल से बात भाजपा छोड़ने के बाद 2017 में हुए विधानसभा चुनावों से पहले भी सिद्धू की केजरीवाल से बात हुई थी.
सिद्धू चाहते थे कि उन्हें मुख्यमंत्री पद का दावेदार घोषित कर चुनाव लड़ा जाए, लेकिन केजरीवाल इसके लिए सहमत नहीं हुए. इसके बाद सिद्धू कांग्रेस में चले गए और जीत के बाद उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया. इसके बाद स्थानीय निकाय विभाग बदलकर बिजली महकमा देने से नाराज सिद्धू ने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया.
नहीं मिला राहुल, प्रियंका का साथ: नवजोत सिंह सिद्धू को लगता था कि कैप्टन के खिलाफ लड़ाई में पार्टी की तरफ से राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का उनको साथ मिलेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. इस लड़ाई में अकेले पड़ने के बाद सिद्धू ने खुद को घर तक सीमित कर लिया. डेढ़ साल की चुप्पी के बाद अब एक बार फिर सिद्धू के आप के माध्यम से पंजाब में सक्रिय होने की चर्चाएं तेज होने लगी हैं.