100 करोड़ का मामलाः रविशंकर प्रसाद ने सीएम ठाकरे से की इस्तीफे की मांग, एनसीपी प्रमुख शरद पवार की भूमिका पर सवाल

By एस पी सिन्हा | Published: March 21, 2021 03:38 PM2021-03-21T15:38:40+5:302021-03-21T15:40:09+5:30

राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने रविवार को कहा कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ मुंबई के पूर्व पुलिस प्रमुख परमबीर सिंह के आरोप गंभीर हैं।

mumbai 100 crore Ravi Shankar Prasad demands resignation CM Thackeray questions NCP chief Sharad Pawar | 100 करोड़ का मामलाः रविशंकर प्रसाद ने सीएम ठाकरे से की इस्तीफे की मांग, एनसीपी प्रमुख शरद पवार की भूमिका पर सवाल

गृह मंत्री अनिल देशमुख के ऊपर लगे आरोपों पर उद्धव ठाकरे या शरद पवार क्या कर रहे हैं? (file photo)

Highlightsमुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को सीधे-सीधे इस्तीफा दे देना चाहिए।प्रसाद ने महाराष्ट्र की उद्धव सरकार से कई सवाल पूछे हैं।पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने पत्र में कई सनसनीखेज आरोप लगाए हैं।

पटनाः केंद्रीय कानून मंत्री और भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने महाराष्ट्र में जारी चिट्टी भूचाल के बीच उद्धव सरकार पर निशाना साधा है।

उन्होंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और एनसीपी प्रमुख शरद पवार पर हमला बोलते हुए कहा कि पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने पत्र में कई सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। ऐसे में अब मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को सीधे-सीधे इस्तीफा दे देना चाहिए। प्रसाद ने महाराष्ट्र की उद्धव सरकार से कई सवाल पूछे हैं।

उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अनिल देशमुख के ऊपर लगे आरोपों पर उद्धव ठाकरे या शरद पवार क्या कर रहे हैं? यह जनता पूछ रही है। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि परमबीर सिंह ने लगाते हुए कहा है कि असिस्टेंड पुलिस इंस्पेक्टर सचिन वाझे को 100 करोड़ रुपये प्रति महीने वसूली करने को कहा गया था।

पूरे महाराष्ट्र का टार्गेट क्या था?

उन्होंने कहा कि यह एक बहुत बड़ा गंभीर सवाल है कि 100 करोड़ रुपये का टार्गेट था मुंबई से था, तो कृपया करके उद्धव ठाकरे और शरद पवार जी यह बताएं कि पूरे महाराष्ट्र का टार्गेट क्या था? अगर एक मंत्री का टार्गेट 100 करोड़ था तो बाकी मंत्रियों का टार्गेट क्या था? रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सचिन वाझे को बचाने के लिए पूरी महाराष्ट्र सरकार लगी हुई है, जो यह बताता है कि महा विकास अघाड़ी की सरकार महाराष्ट्र में किस तरह की लूट और वसूली में जुटी हुई थी।

उन्होंने कहा कि यह भ्रष्टाचार का मामला नहीं है। यह ऑपरेशन लूट है। उन्होंने कहा कि रंगदारी एक अपराध है और अगर इस मामले में शरद पवार को ब्रीफ किया जा रहा है। ऐसे में सवाल उठता है कि शरद पावर जब सरकार में नहीं हैं तो उन्हें किस आधार पर ब्रीफ किया जा रहा है? ऐसे में एक सवाल यह भी उठता है कि शरद पवार ने अपने स्तर पर क्या कार्रवाई की?

भाजपा सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगी

इस अपराध को रोकने के लिए और इस अपराध की छानबीन की. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की लूट की महा अघाड़ी सरकार के खिलाफ भाजपा सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगी. रविशंकर प्रसाद ने उद्धव सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र में चोर दरवाजे से सरकार बनाई है और चिठ्ठी बम के इस प्रकरण के बाद तो यह साफ हो गया है कि उद्धव ठाकरे की सरकार अपना नैतिक अधिकार खो चुकी है. इस पूरे मामले पर सरकार को जबाब देने की जरूरत है. अगर ऐसा नहीं होता है भाजपा चुप नहीं रहेगी.

महाराष्ट्र में सडक पर उतारकर भाजपा प्रदर्शन करेगी और जो सच है वह सबके सामने आकर रहेगा. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री को लिखी चिट्ठी में गृह मंत्री को लेकर जो आरोप लगाए हैं, उसके बाद उद्धव सरकार की असली सच्चाई लोगों के सामने आ गई है कि किस तरह सरकार में बैठे मंत्री पुलिस के जरिए धन उगाही का काम करने में लिप्त हैं। उन्होंने कहा कि इस घटना में जिस सचिन वाजे पर आरोप लगे हैं, वह कई सालों तक निलंबित था. उसकी कोरोना काल में निलंबन वापल ले ली जाती है, फिर उसे पुलिस विभाग में बड़ी जिम्मेदारी दे दी जाती है।

आखिर किसके दबाव में उसका निलंबन वापस लिया गया?

रविशंकर प्रसाद ने पूछा है कि आखिर किसके दबाव में उसका निलंबन वापस लिया गया? मुख्यमंत्री का या शिव सेना का? या फिर शरद पवार का दबाव था? महाराष्ट्र सरकार को इसका जवाब देना होगा। सचिन वाजे 2008 से ही शिवसेना का सक्रिय सदस्य है. मुख्यमंत्री उसका बचाव करते हैं और गृह मंत्री 100 करोड़ देने को कहता है. एक असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर की यह हैसियत चौंकानेवाली है।

हिन्दुस्तान में ऐसा कहीं नहीं हुआ है, जिसमें एक सब इंस्पेक्टर का बचाव मुख्यमंत्री कर रहे हों। सचिन वाझे के पेट में क्या है? जिस वजह से वे बचाना चाहते हैं. पूरी सरकार सचिन वाझे को बचाने में लगी है जो कहीं न कहीं किसी बडे़ राज को छिपाने की तरफ इशारा कर रही है। महाराष्ट्र सरकार को डर है कि अगर वाजे ने कोई बड़ा बयान दे दिया तो कई गडे मुर्दे फिर से बाहर आ सकते हैं।

रविशंकर प्रसाद ने इस पूरी घटना में एनसीपी प्रमुख शरद पवार की भूमिका पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि शरद पवार को पुलिस कमिश्नर द्वारा ब्रीफ किया जा रहा है। क्या शरद पवार सरकार के पार्ट हैं? शरद पवार की खामोशी गंभीर सवाल उठाती है. उन्होंने कहा कि इस मामले में भाजपा की यह मांग है कि पूरे मामले की निष्पक्षता से जांच हो।

इसमे पुलिस इंस्पेक्टर, कमिश्नर, गृह मंत्री और मुख्यमंत्री के साथ- साथ शरद पवार की भी भूमिका हो सकती है। साथ ही पार्टी की तरफ से गृहमंत्री के इस्तीफे की मांग की जा रही है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इसके लिए भाजपा लूट की महा अघाड़ी सरकार के खिलाफ महाराष्ट्र में सड़क पर संग्राम करेगी।

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