MP News: राज्यसभा चुनाव के लिए दिग्विजय सिंह ने भरा नामांकन, ज्योतिरादित्य सिंधिया के आने से बीजेपी को एक सीट का फायदा
By राजेंद्र पाराशर | Published: March 12, 2020 04:20 PM2020-03-12T16:20:47+5:302020-03-12T16:20:47+5:30
भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के बाद दूसरे प्रत्याशी के रुप में आदिवासी समुदाय के सुमेर सिंह सोलंकी को प्रत्याशी घोषित किया है. सिंधिया के साथ ही सुमेर सिंह कल शुक्रवार को अपना नामांकन भरेंगे.
मध्य प्रदेश: राज्यसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की ओर से आज राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अपना नामांकन भर दिया. वहीं भाजपा ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के बाद दूसरे प्रत्याशी के रुप में आदिवासी समुदाय के सुमेर सिंह सोलंकी को प्रत्याशी घोषित किया है. सिंधिया के साथ ही सुमेर सिंह कल शुक्रवार को अपना नामांकन भरेंगे.
राज्यसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी चयन को लेकर भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों ने स्पष्ट कर दिया है कि कौन उनके प्रत्याशी होंगे. भाजपा ने दो सीटों के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया और सुमेर सिंह सोलंकी के नाम घोषित कर दिए हैं.
सिंधिया के बाद सुमेर सिंह बीजेपी से दूसरे प्रत्याशी
सिंधिया पहले और सुमेर सिंह को भाजपा ने दूसरा प्रत्याशी घोषित किया है. ये दोनों प्रत्याशी कल शुक्रवार को अपना नामांकन भरेंगे. वहीं कांग्रेस की ओर से आज पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने अपना नामांकन भरा. उनके साथ वरिष्ठ नेता विवेक तन्खा, रामेश्वर शर्मा, राज्य के जनसंपर्क मंत्री पी.सी.शर्मा, नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्द्धन सिंह और उनके समर्थक मौजूद थे.
नामांकन भरने के बाद दिग्विजय सिंह ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि मैंने अपने राजनीतिक जीवन में विचारधारा की लड़ाई लड़ी है. उन्होंने कहा कि मेरी जीवन में भी इस बात का पूरा प्रयास हुआ कि मैं जनसंघ का सिपाही बनूं, मगर मेरी विचारधारा इससे मेल नहीं खाई. यही वजह है कि मैंने कांग्रेस की सदस्यता ली और आखिरी वक्त तक मैं कांग्रेस में रहकर विचारधारा की लड़ाई लड़ता रहूंगा.
सिंधिया के आने के बाद बीजेपी को होगा फायदा
कांग्रेस के बागी विधायकों को लेकर उन्होंने कहा कि बागी विधायकों में से 19 विधायकों से बात नहीं हो पा रही है, उनके मोबाइल भी छुड़ा लिए गए हैं. भूपेन्द्र सिंह पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि भूपेन्द्र सिंह इन विधायकों के इस्तीफे लाते हैं, विधानसभा अध्यक्ष को सौंपते हैं और यह कहते हैं कि यह कांग्रेस का आंतरिक मामला है. उन्होंने कहा कि भाजपा सत्ता में आने के लिए सरकार को अस्थिर कर रही है. देश में धर्म के नाम पर नफरत फैलाई जा रही है.
गौरतलब है कि कांग्रेस ने राज्यसभा की दूसरी सीट के लिए फैसला अभी रोक लिया है. कांग्रेस ने अपने पत्ते अभी खोले नहीं है. माना जा रहा है कि कांग्रेस दूसरी सीट के लिए प्रत्याशी की घोषणा शाम तक कर सकती है.