MP Taja News: मध्यप्रदेश में सरकार बनाने की तैयारी BJP में शीर्ष स्तर पर चल रहा मंथन, CM के नाम पर दो दिन में पत्ते खोलेगी पार्टी
By नितिन अग्रवाल | Published: March 21, 2020 07:28 AM2020-03-21T07:28:51+5:302020-03-21T07:28:51+5:30
नरेंद्र मोदी सरकार में कृषि मंत्री रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता नरेंद्र सिंह तोमर को मुख्यमंत्री बनाए जाने के कयास भी लगाए जा रहे हैं. नरेंद्र मोदी के चौंकाने वाले फैसलों को देखते हुए माना जा रहा है तोमर को प्रदेश की कमान सौंपने का चौंकाने वाला फैसला भी लिया जा सकता है.
नई दिल्ली: 20 मार्च मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिरने के बाद भाजपा में नई सरकार को लेकर सुगबुगाहट शुरू हो गई है. महाराष्ट्र सहित कई प्रदेशों से सत्ता से बाहर होने के बाद भाजपा की मध्यप्रदेश की सत्ता में फिर से वापसी होने जा रही है. ऐसे में सरकार गठन को लेकर रूपरेखा पर मंथन शुरू हो गया है. हालांकि इस पर पार्टी ने फिलहाल अपने पत्ते नहीं खोले हैं. अगले एक-दो दिन में इसका खुलासा किया जा सकता है.
कमलनाथ के इस्तीफे के बाद राज्यपाल लालजी टंडन सबसे बड़ा दल होने के नाते भाजपा को सरकार बनाने का दावा पेश करने को कह सकते हैं. इसके अलावा दूसरे विकल्प के तौर पर भाजपा सबसे बड़े दल के नाते सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है. सरकार बनाते ही भाजपा को विधानसभा में बहुमत साबित करना होगा.
फिलहाल सदन की मौजूदा 205 की संख्या में से उसे बहुमत के लिए 103 विधायकों के समर्थन की दरकार होगी जबकि उसके अपने विधायकों की संख्या 106 है. ऐसे में फिलहाल तो उसे कोई दिक्कत नहीं होगी. लेकिन अगले 6 महीने में खाली पड़ी 25 सीटों पर चुनाव होने के बाद उसे बहुमत के लिए 116 विधायकों की जरूरत होगी. ऐसे में सत्ता में बने रहने के लिए उपचुनाव में उसे कम से कम 10 सीटें जीतनी होंगी.
इसके अतिरिक्त यदि अन्य दलों के 4 विधायक उसके साथ आ जाते हैं तो उसे उपचुनाव में कम से कम 6 सीटें पर ही जीत हासिल करनी होगी. 6 महीने में होंगे उपचुनाव: मध्यप्रदेश विधानसभा में 230 सीटें इनमें से 22 पर कांग्रेसी विधायक और एक पर भाजपा का विधायक इस्तीफा दे चुके हैं. इसके अतिरिक्त दो सीटें विधायकों के निधन के बाद पहले ही खाली हैं.
ऐसे में खाली पड़ी कुल 25 सीटों पर अगले 6 महीने में चुनाव कराया जाएगा. कांग्रेस के बागियों को मंत्रिमंडल में जगह: माना जा रहा है कि भाजपा की संभावित सरकार में ज्योतिरादित्य सिंधिया गुट के उन विधायकों में से कुछ को जगह दी जा सकती है जिनके इस्तीफे के आधार पर कांग्रेस सत्ता से बाहर हुई. इनमें से 6 कमलनाथ सरकार में मंत्री थे. इसे देखते हुए इन्हें भाजपा सरकार में भी शामिल किया जा सकता है.
हालांकि इन्हें अगले 6 महीने के भीतर होने वाले उपचुनाव में फिर से जीतकर आना होगा. कौन बनेगा मुख्यमंत्री: मध्यप्रदेश में सियासी उलटफेर करने में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की भूमिका को देखते हुए माना जा रहा है कि प्रदेश में चौथी बार सरकार की कमान उनके हाथ ही होगी. 13 साल तक प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे चौहान अगले कुछ महीनों में होने वाले उपचुनाव में भाजपा को फिर से जीत दिला सकते हैं.
हालांकि मोदी सरकार में कृषि मंत्री रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता नरेंद्र सिंह तोमर को मुख्यमंत्री बनाए जाने के कयास भी लगाए जा रहे हैं. नरेंद्र मोदी के चौंकाने वाले फैसलों को देखते हुए माना जा रहा है तोमर को प्रदेश की कमान सौंपने का चौंकाने वाला फैसला भी लिया जा सकता है. दरअसल जिन सीटों पर अगले कुछ महीनों में उपचुनाव होने हैं उनमें से अधिकांश सीटें तोमर के प्रभाव वाले ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में पड़ती हैं. इसे देखते हुए भी उन्हें तरजीह दिए जाने की संभावना जताई जा रही है.
सही समय पर होगा फैसला प्रदेश के एक अहम नेता ने पहचान उजागर नहीं करने की शर्त पर लोकमत समाचार को बताया कि भाजपा की अगली सरकार का नेतृत्व कौन करेगा इसका फैसला शीर्ष नेता करेंगे. आला नेता हर घटनाक्रम पर नजर रखे हुए हैं. किसे मुख्यमंत्री बनाना है और मंत्रिमंडल में शामिल करना है इस पर विचार किया जा रहा है. सही समय पर इसकी घोषणा की जाएगी. फिलहाल किसको क्या जिम्मेदारी दी जाएगी इसे लेकर अभी तक कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है.