नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने मिजोरम विधान सभा चुनाव 2018 के लिए राज्य की 40 में से 28 सीटों के लिए प्रत्याशियों की शुक्रवार को घोषणा कर दी। बीजेपी ने शुक्रवार को ही मध्य प्रदेश की 177 विधान सभा सीटों और तेलंगाना की 28 विधान सभा सीटों के लिए भी उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की।
12 नवंबर से सात दिसंबर के बीच मिजोरम, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ के विधान सभा चुनाव होंगे। सभी पाँच राज्यों के चुनावों के लिए हुए मतदान की मतगणना 11 दिसंबर को होगी। नतीजे उसी दिन शाम तक आ जाने की उम्मीद है। बीजेपी राज्य ने अभी तक राज्य में अकेले दम पर चुनाव लड़ने की घोषणा की है।
मिजोरम में इस समय कांग्रेस शासन है। कांग्रेस पहले ही राज्य की सभी 40 सीटों के लिए उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर चुकी है। मिजोरम के मुख्यमंत्री पी ललथनहवला दो विधान सभा सीटों चंफई (दक्षिण) और सेरछिप से चुनाव लड़ेंगे। ललथनहलवा साल 2008 से ही मिजोरम के मुख्यमंत्री है।
मिजोरम की 40 विधान सभा सीटों के लिए 28 नवंबर को मतदान होगा। मत की गणना 11 दिसंबर को होगी और उसी दिन नतीजे आ जाएंगे।
मिजो नेशनल फ्रंट नहीं मिलाएगा बीजेपी से हाथ
बीजेपी के नेतॉत्व वाले पूर्वोत्तर लोकतांत्रिक गठबंधन (नेडा) के सदस्य मिजो नेशनल फ्रंट (एनएनएफ) ने विधान सभा चुनाव स्वतंत्र रूप से लड़ने की घोषणा की है। एनएनएफ ने दावा किया है कि वो चुनाव परिणाम आने के बाद भी बीजेपी से गठबंधन नहीं करेगी। हालाँकि कांग्रेसी सीएम ने आरोप लगाया है कि मिजो नेशनल फ्रंट और बीजेपी अंदरखाने मिली हुई हैं।
पिछले कुछ सालों में बीजेपी ने पूर्वोत्तर भारत में पहली बार सरकार बनाई है। बीजेपी की असम, मणिपुर, नगालैंड और अरुणाचल प्रदेश जैसे राज्यों में अकेले दम पर या स्थानीय दलों से गठबंधन बनाकर सत्ता में है।