नागपुर में मेयर चुनावः कांग्रेस में गुटबाजी, केवल 29 पार्षद, उतारे दो उम्मीदवार, नामांकन के दौरान दो फाड़
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: December 30, 2020 08:12 PM2020-12-30T20:12:00+5:302020-12-30T20:13:15+5:30
नागपुर में महापौर और उपमहापौर चुनावः मनपा में 151 पार्षदों में से भाजपा के 108, कांग्रेस के 29, बसपा के 10, शिवसेना के 2, राकांपा का एक और निर्दलीय 1 हैं.
नागपुरः नागपुर मनपा में कांग्रेस की स्थिति नाजुक है. संख्याबल के लिहाज से 151 में से केवल 29 पार्षद कांग्रेस के हैं. फिर भी महापौर और उपमहापौर चुनाव के लिए कांग्रेस की गुटबाजी फिर से उभर कर सामने आ गई.
बुधवार को नामांकन के दौरान कांग्रेस दो फाड़ नजर आई. कांग्रेस की तरफ से मनोज गावंडे और रमेश पुणेकर ने महापौर पद के लिए नामांकन किया. जबकि उपमहापौर पद के लिए रश्मि धुर्वे व महाविकास आघाड़ी के बैनर तले शिवसेना की मंगला गवरे ने पर्चा भरा. 108 पार्षद होने की वजह से भाजपा को चुनौती मिलना संभव नहीं है.
फिर भी कांग्रेस की गुटबाजी की वजह से नामांकन प्रक्रिया से ही यह चुनाव चर्चा का विषय बन गया है. भाजपा की तरफ से महापौर पद के लिए दयाशंकर तिवारी और उपमहापौर पद के लिए मनीषा धावड़े ने पर्चा भरा. वहीं बसपा की तरफ से महापौर पद के लिए नरेंद्र वालदे और उपमहापौर पद के लिए वैशाली नारनवरे ने आवेदन किया.
उम्मीदवारी 5 जनवरी तक वापस ली जा सकती है
मनपा में 151 पार्षदों में से भाजपा के 108, कांग्रेस के 29, बसपा के 10, शिवसेना के 2, राकांपा का एक और निर्दलीय 1 हैं. उम्मीदवारी 5 जनवरी तक वापस ली जा सकती है. दो पदों के लिए 8 उम्मीदवारों ने 16 नामांकन पत्र भरे.
तानाजी वनवे ने महाविकास आघाड़ी के बैनर तले गावंडे और गवरे की उम्मीदवारी तय कर पत्र मंगलवार को प्रदेशाध्यक्ष बालासाहब थोरात को भेज दिया था. आज सुबह नामांकन कर दिया. जबकि महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव गणेश पाटिल ने शहराध्यक्ष विकास ठाकरे को 29 दिसंबर को पत्र भेज कर महापौर पद के लिए उम्मीदवार तय करने के निर्देश दिए थे.
वनवे के नेतृत्व में गावंडे व गवरे के नामांकन की खबर ठाकरे समर्थकों को मिली तो वे मनपा मुख्यालय में जुटे और रमेश पुणेकर व रश्मि धुर्वे का नाम तय कर विकास ठाकरे को सूचित कर दिया. पुणेकर और धुर्वे ने भी नामांकन कर दिया. उसके बाद मनपा में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया.
मानेंगे हाईकमान का निर्णय: वनवे विपक्ष नेता तानाजी वनवे ने कहा कि महाविकास आघाड़ी की एकता का संदेश देने के लिहाज से उम्मीदवार उतारा. फिर भी हाईकमान का जो निर्णय होगा, उसे मान्य करेंगे. ठाकरे शहर अध्यक्ष विकास ठाकरे ने कहा कि उम्मीदवार उतारने के लिए प्रदेशाध्यक्ष के निर्देश पर शहर अध्यक्ष निर्णय लेता है. यह सामान्य प्रक्रिया है.
चुनाव में उतरने का पत्र मिलने के बाद उम्मीदवार उतारा गया है. कोई विवाद का विषय नहीं है. सभी पार्षदों की बैठक लेकर एकमत कर चुनाव लड़ेंगे. पार्टी से एक ही उम्मीदवार चुनाव लड़ेगा. नाम वापस लेंगे. स्नातक चुनाव के हार का दिखा असर भाजपा में उपमहापौर पद के उम्मीदवार के नाम को लेकर काफी खींचतान चली.
वर्षा ठाकरे के नाम पर सहमति बन गई थी. पर कुछ नेताओं ने जातिवाद और स्नातक चुनाव में पराजय का मुद्दा उठाकर दबाव बनाया. अंत में पूर्व नागपुर से मनीषा धावड़े का नाम तय कर लिया गया. भाजपा के कुछ पार्षदों ने आरोप लगाया कि काम के आधार पर टिकट नहीं देने की प्रवृत्ति आने वाले मनपा चुनाव में पार्टी के लिए भारी पड़ेगी.