Maharashtra Taza Samachar: उद्धव ठाकरे की अयोध्या यात्रा पर बीजेपी ने उठाए सवाल, शिवसेना ने कहा- भगवान राम और हिंदुत्व राजनीतिक दल की संपत्ति नहीं

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 9, 2020 12:25 PM2020-03-09T12:25:35+5:302020-03-09T12:25:35+5:30

Maharashtra Taza Samachar: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे सात मार्च को अयोध्या यात्रा पर थे। इस दौरान उन्होंने राम मंदिर निर्माण के लिए अपने ट्रस्ट से एक करोड़ रुपये के फंड की घोषणा की थी और कहा था कि यह हमारे तरफ से एक छोटा सा योगदान है।

Maharashtra govt objects to BJP's criticism of Uddhav Thackeray's Ayodhya visit On 7 march | Maharashtra Taza Samachar: उद्धव ठाकरे की अयोध्या यात्रा पर बीजेपी ने उठाए सवाल, शिवसेना ने कहा- भगवान राम और हिंदुत्व राजनीतिक दल की संपत्ति नहीं

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अयोध्या यात्रा के बाद भाजपा-शिवसेना आमने सामने हैं। (Photo- social Media)

Highlightsबीजेपी ने उद्धव ठाकरे की अयोध्या यात्रा पर हमला बोलते हुए कहा था कि वह हिंदुत्ववादी थे, लेकिन जब से उन्होंने एनसपी और कांग्रेस के साथ गठबंधन किया है वह हिंदुत्ववादी नहीं रहे हैं। उद्धव ठाकरे ने जवाब देते हुए कहा कि सच तो यह कि वह कांग्रेस और एनसीपी के साथ गठबंधन करके राज धर्म को अनुसरण कर रहे हैं।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अयोध्या दौरे पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने निशाना साधा था, जिसके बाद शिवसेना ने कड़ी आपत्ति जताते हुए बीजेपी पर पलटवार किया है। शिवसेना ने कहा है कि भगवान राम और हिंदुत्व राजनीतिक दल की संपत्ति नहीं है। बता दें कि 7 मार्च को उद्धव ठाकरेअयोध्या दौरे पर गए थे। उनकी यह यात्रा सफल रही थी। 

बीजेपी ने उद्धव ठाकरे की इस यात्रा पर महाराष्ट्र सरकार की आलोचना की थी। इस यात्रा के दौरान उद्धव की तरफ से कहा गया था कि वह बीजेपी से अलग हुए हैं, लेकिन हिंदुत्व से अलग नहीं हुए। इसके बाद बीजेपी ने उनके इस बयान की आलोचना की थी।

बीजेपी ने शिवेसना पर हमला करते हुए कहा था कि उद्धव ठाकरे हिंदुत्ववादी थे, लेकिन जब से उन्होंने एनसपी और कांग्रेस के साथ गठबंधन किया है वह हिंदुत्ववादी नहीं रहे हैं। अब बीजेपी की नजर में वह हिंदुत्ववादी नहीं हैं क्योंकि उन्होंने कांग्रेस और राकांपा के साथ मिलकर सरकार बनाई है। 

इस बात पर उद्धव ठाकरे ने जवाब देते हुए कहा कि सच तो यह कि वह कांग्रेस और एनसीपी के साथ गठबंधन करके राज धर्म को अनुसरण कर रहे हैं। सामना के संपादकीय में उन्होंने कहा कि भगवान राम और हिंदुत्व राजनीतिक दल की संपत्ति नहीं है। मालूम हो उद्धव ठाकरे ने अयोध्या में ऐसे वक्त में यात्रा की थी जब राज्य में उनकी सरकार का भाजपा से गठबंधन टूट चुका है।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने 7 मार्च को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए अपने ट्रस्ट से एक करोड़ रुपये के फंड की घोषणा की थी। अयोध्या में उन्होंने कहा था, 'आज मैं यह घोषणा करना चाहता हूं कि राज्य सरकार से नहीं, बल्कि मैं यहां राम मंदिर के निर्माण के लिए एक करोड़ रुपये की राशि प्रदान करता हूं। यह हमारे तरफ से एक छोटा सा योगदान है।' ठाकरे ने यह भी कहा था कि वह अब बीजेपी से जुड़े नहीं हैं, लेकिन वे हिंदुत्व से अलग नहीं हैं। बीजेपी का मतलब हिंदुत्व नहीं है, दोनों अलग हैं।

Web Title: Maharashtra govt objects to BJP's criticism of Uddhav Thackeray's Ayodhya visit On 7 march

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