ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे से मध्यप्रदेश में सियासी भूचाल आ गया है। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा है कि सिंधिया से ऐसी उम्मीद नहीं थी। मुझे और बुरा लग रहा है कि ज्योतिरादित्य ने इस कदम के लिए अपने पिता माधवराव सिंधिया की जयंती का दिन चुना। इसके साथ ही दिग्विजय ने यह भी कहा है कि आने वाले दिनों में होने वाला फ्लोर टेस्ट सबको चौंका देगा।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि जिस भी दिन फ्लोर टेस्ट होगा, उसके नतीजे सबको चौंका देंगे। पूर्व सीएम दिग्विजय ने मध्यप्रदेश के सीएम कमलनाथ की तारीफा करते हुए कहा कि इस परिस्थिति में वह जिस तरह का धैर्य दिखा रहे हैं, मैं उसकी इज्जत करता हूं। सिंधिया को आड़े हाथ लेते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा, 'उन्हें अमित शाह या निर्मला सीतारमण की जगह देनी चाहिए, वह इन दोनों से बेहतर काम कर सकते हैं। हम कामना करते हैं कि वह मोदी-शाह के संरक्षण में आगे बढ़ेंगे। हम महाराज को बधाई देते हैं।'
जब दिग्विजय से पूछा गया कि क्या कमलनाथ की सरकार अब गिरने वाली है? इस पर उन्होंने कहा, 'आप चौंक जाएंगे। शायद 18 मार्च को फ्लोर टेस्ट होगा तो नतीजे हैरान करने वाले होंगे। मैं इस उम्र में भी आपसे इस बाता का दावा कर सकता हूं। इस स्थिति में कमलनाथ ने जिस तरह का धैर्य और जज्बा दिखाया है, मैं उसकी तारीफ करता हूं।'
इससे पहले दिग्विजय ने कहा था कि ज्योतिरादित्य सिंधिया, जिन्होंने कल कांग्रेस छोड़ दी उन्हें बिल्कुल दरकिनार नहीं किया गया है। सिंह ने ट्विटर पर कहा कि ग्वालियर चंबल संभाग में पिछले 16 महीनों में उनकी सहमति के बिना कुछ भी नहीं हुआ। एक समाचार चैनल की क्लिप को रिट्वीट करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा, 'कोई सवाल पैदा ही नहीं होता, उन्हें बिल्कुल भी दरकिनार नहीं गया था। वास्तव में, मध्य प्रदेश के किसी भी कांग्रेस नेता से पूछें तो आपको पता चलेगा कि ग्वालियर-चंबल संभाग में विशेष रूप से पिछले 16 महीनों में उनकी सहमति के बिना इस क्षेत्र में कुछ भी इधर से उधर नहीं हुआ। ये दुखद है, लेकिन मैं उन्हें मोदीशाह का संरक्षण मिलने के लिए शुभकामनाएं देता हूं।'
बता दें, बीते दिन मुख्यमंत्री आवास पर कांग्रेस विधायकों की बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में केवल 88 विधायक पहुंचे थे और 26 विधायक अता-पता नहीं चला। इन 26 विधायकों में से 22 विधायकों ने पहले ही इस्तीफा दे दिया था। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी बीते दिन पार्टी से इस्तीफा दे दिया। हालांकि कांग्रेस ने भी पार्टी के खिलाफ की जा रही गतिविधियों के चलते उन्हें निष्कासित कर दिया। बताया जा रहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया आज बीजेपी का दामन थाम सकते हैं। हालांकि उनके बीजेपी ज्वॉइन करने को लेकर कोई आधिकारिक समय या तारीख की घोषणा नहीं की गई है।
मध्यप्रदेश विधानसभा में 230 सीटें हैं, जिनमें से वर्तमान में दो खाली हैं। इस प्रकार वर्तमान में प्रदेश में कुल 228 विधायक हैं, जिनमें से 114 कांग्रेस, 107 बीजेपी, चार निर्दलीय, दो बहुजन समाज पार्टी एवं एक समाजवादी पार्टी का विधायक शामिल हैं। कमलनाथ के नेतृत्व वाली मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार को इन चारों निर्दलीय विधायकों के साथ-साथ बसपा और सपा का समर्थन है।