भोपाल: बीजेपी प्रदेश कार्यालय में पार्टी के विधायकों की बैठक चल रही है। इस बैठक में शिवराज सिंह चौहान, वी.डी.शर्मा और विनय सहस्रबुद्धे समेत पार्टी के वरिष्ठ नेता मौजूद हैं। इसके अलावा, कमलनाथ ने भी कांग्रेस पार्टी के विधायकों की इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है। उनके साथ बैठक में दिग्विजय सिंह समेत पार्टी के कई बड़े नेता मौजूद हैं।
वहीं, मध्य प्रदेश के कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के साथ आज सुबह दिल्ली में मुलाकात की। इसके बाद यह कयास लगाया जा रहा है कि जल्द ही ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
Madhya Pradesh: Congress leaders Digvijaya Singh, Jitu Patwari, Bala Bachchan, Sajjan Singh Verma, Surendra Singh Baghel and others arrive at CM Kamal Nath's residence in Bhopal pic.twitter.com/t6KWBrqyby— ANI (@ANI) March 10, 2020
इसके पहले सोमवार रात को मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने संवाददाताओं से कहा था कि वह कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिलने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन वह उनसे बात नहीं कर पा रहे हैं। श्री सिंह ने कहा, "हमने सिंधिया जी (ज्योतिरादित्य सिंधिया) से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन कहा जा रहा है कि उन्हें स्वाइन फ्लू है, इसलिए उनसे बात नहीं हो पाई है।" बता दें कि मध्यप्रदेश में कमलनाथ-सरकार को भारी संकट का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि श्री सिंधिया के वफादार 17 विधायकों ने सोमवार को भाजपा शासित कर्नाटक के लिए एक चार्टर्ड में उड़ान भरी थीं। कर्नाटक जाने वाले विधायकों में से करीब आधा दर्जन कमलनाथ सरकार के मंत्री भी हैं।
अभी की बात करें तो 230 सदस्यीय विधानसभा में 116 के बहुमत के निशान से सिर्फ चार विधायक ज्यादा कमलनाथ सरकार के पास हैं। अभी 114 विधायक कांग्रेस से, दो बसपा से, एक समाजवादी पार्टी से और चार निर्दलीय सरकार के पक्ष में हैं। लेकिन, अब जो स्थिति बनी है उसमें सरकार पर ज्यादा खतरा मंडराते दिख रहा है। वहीं, भाजपा के पास 107 विधायक हैं और वर्तमान में दो सीटें खाली हैं। यदि 17 विधायकों, जो कर्नाटक में हैं वो इस्तीफा देकर बाहर निकल गए, तो कांग्रेस कर्नाटक के बाद से अपना दूसरा राज्य खो देगी।