भोपालः मध्य प्रदेश के गुना में अतिक्रमण हटाने गई पुलिस ने किसान दंपति की लाठियों जमकर पिटाई की, जिसका वीडियो वायरल हो गया। मामला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुना जिले के कलेक्टर और एसपी को हटाने का निर्देश दिए हैं। इस बीच बहुजन समाज पार्टी की मुखिया व उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने बीजेपी सरकार पर हमला बोला है।
मायावती ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा, 'मध्यप्रदेश के गुना पुलिस व प्रशासन द्वारा अतिक्रमण के नाम पर दलित परिवार को कर्ज लेकर तैयार की गई फसल को जेसीबी मशीन से बबार्द करके उस दम्पत्ति को आत्महत्या का प्रयास करने को मजबूर कर देना अति-क्रूर व अति-शर्मनाक। इस घटना की देशव्यापी निन्दा स्वाभाविक। सरकार सख्त कार्रवाई करे।'
आगे उन्होंने कहा, 'एक तरफ बीजेपी व इनकी सरकार दलितों को बसाने का ढिंढोरा पीटती है जबकि दूसरी तरफ उनको उजाड़ने की घटनाएं उसी तरह से आम हैं जिस प्रकार से पहले कांग्रेस पार्टी के शासन में हुआ करती थी, तो फिर दोनों सरकारों में क्या अन्तर है? खासकर दलितों को इस बारे में भी जरूर सोचना चाहिए।'
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया दुर्भाग्यपूर्ण
वहीं, बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट कर बताया है, 'गुना की दुर्भाग्यपूर्ण घटना को गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी ने गुना के कलेक्टर और एसपी को तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दे दिए हैं।'
कांग्रेस ने शिवराज सरकार पर साधा निशाना
इस घटना पर कांग्रेस ने भी मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार पर निशाना साधा है। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पिटाई का वीडियो शेयर करते हुए पूछा है कि शिवराज सरकार प्रदेश को कहां लेकर जा रही है। कमलनाथ ने ट्वीट किया, 'ये कैसा जंगल राज है। गुना में कैंट थाना क्षेत्र में एक दलित किसान दंपत्ति पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों द्वारा इस तरह बर्बरता पूर्ण लाठीचार्ज।'
Guna incident: क्या है पूरा मामला
दरअसल, गुना में मॉडल कॉलेज निर्माण के लिए शासकीय कॉलेज प्रबंधन को 20 बीघा जमीन जगनपुर चक क्षेत्र में आवंटित की गई थी। इस जमीन पर गब्बू पारदी नाम के व्यक्ति का कब्जा था। पुलिस बीच में एक बार अतिक्रमण हटवा भी दिया था लेकिन दोबारा इस पर अतिक्रमणकारियों ने कब्जा कर लिया था।
बताया जा रहा है कि गब्बू पारदी ने इसी जमीन को पैसे लेकर कुछ किसानों को बटाई पर दे दिया था। इसके बाद उन किसानों ने वहां खेती करना शुरू कर दिया था। कॉलेज प्रबंधन की शिकायत पर राजस्व और पुलिस विभाग मंगलवार को फिर मौके पर पहुंचकर जमीन को खाली कराने की कार्रवाई के लिए पहुंची थी। इसी दौरान पुलिस ने एक किसान दंपति से मारपीट की, जिसके बाद उन्होंने कीटनाशक दवा पीकर आत्महत्या की कोशिश की।