भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा चुनाव संचालकों, प्रभारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे मतगणना के दौरान एक-एक वोट की गिनती पर ध्यान रखें। कांग्रेस भ्रमित करने का पूरा काम करेगी। मध्यप्रदेश भाजपा द्वारा अब मतगणना के दौरान किस तरह से कौन कहां पर उपस्थित रहेगा, इस रणनीति पर काम किया जाने लगा है।
मतगणना टेबल पर बैठने वाले सभी प्रतिनिधि सतर्क रहे
भाजपा ने प्रदेश के सभी विधानसभा चुनाव संचालकों, पालक और विधानसभा प्रभारियों को मतगणना केन्द्र पर कार्यकर्ताओं के साथ उपस्थित रहने को कहा गया है। भाजपा संगठन ने इसके लिए संभागवार बैठकों कर सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे मतदान की तरह मतगणना को भी गंभीरता से लें, मतगणना में किसी तरह का आत्मविश्वास नहीं दिखाएं। भाजपा संगठन के पदाधिकारियों ने मतगणना कार्य में लगने वाले प्रतिनिधियों को सतर्क भी किया है कि वे किसी भी तरह से विपक्षी दलों द्वारा फैलाने वाले भ्रम में नहीं आए।
भाजपा संगठन द्वारा चुनाव संचालक, पालक और विधानसभा प्रभारियों से मतगणना टेबल पर बैठने वाले सभी प्रतिनिधियों के नाम भी संगठन के पास होने चाहिए। साथ ही जिला प्रशासन और चुनाव आयोग को भी तय समय में दिया जाए। संगठन द्वारा कहा गया है कि मतगणना टेबल पर बैठने वाले हमारे सभी प्रतिनिधि सतर्क रहकर वोटों की गिनती पर ध्यानपूर्वक कार्य करें।
विपक्ष के हल्ला मचाने पर नहीं दें ध्यान
भाजपा ने मतगणना के दौरान एक मतगणना टेबल पर एक-एक विधानसभा से 17 प्रतिनिधि बैठाने की तैयारी की है। ये सभी प्रतिनिधि अपने उम्मीदवार के एक-एक वोट की गिनती पर ध्यान रखेंगे। इस प्रतिनिधियों से कहा गया है कि अगर विपक्षी दल किसी तरह का हल्ला मचाए तो उस पर ध्यान न दिया जाए। किसी तरह के शोर पर ध्यान न देकर भाजपा का प्रतिनिधि एक-एक वोट की गिनती पर ध्यान रखे। पार्टी द्वारा राजधानी भोपाल में हर विधानसभा क्षेत्र की पल-पल की जानकारी जुटाने के लिए भी टीम बनाई गई है। मतगणना के दौरान किसी तरह से कहीं कोई भ्रम की स्थिति निर्मित होती है तो वरिष्ठ पदाधिकारियों को यह टीम सूचित करेगी।