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शिवराज सरकार मंत्रिमंंडल विस्तारः विरोध के स्वर तेज, उमा भारती नाराज, मंदसौर में प्रदर्शन, इंदौर में आत्मदाह का प्रयास

By शिवअनुराग पटैरया | Updated: July 2, 2020 18:58 IST

पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने मीडिया को जारी एक बयान में कहा कि  अभी मुझे मध्य प्रदेश के मंत्रिमंडल की सूचना मिली एवं विवरण मिला तो मुझे दु:ख है की इसमे जातीय समीकरण बिगड़ा हुआ है.

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ठळक मुद्देज्योतिरादित्य सिंधिया के अपने साथियों के साथ भाजपा में आने की एवं कांग्रेस के ध्वस्त होने की भारी खुशी है. शिवराज मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही मंत्री न बनाए जाने पर मंत्री बनने के दावेदार कई वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री नाराज हो गए. मंदसौर में प्रदर्शन हुआ तो इंंदौर में एक भाजपा कार्यकर्ता ने आत्मदाह का प्रयास भी किया.

भोपालः शिवराज सरकार के मंत्रिमंंडल के विस्तार को लेकर विरोध के स्वर उठने लगे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार में उनके सुुझावों की पूर्ण तया अनदेखी की गई.

यह उन सबका अपमान है, जिनसे मैं जुड़ी हुई हूं. इसके साथ ही प्रदेश के कई स्थानों से मंत्रिमंडल के विस्तार में जगह न मिलने पर विरोध के स्वर उठ रहे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने मीडिया को जारी एक बयान में कहा कि  अभी मुझे मध्य प्रदेश के मंत्रिमंडल की सूचना मिली एवं विवरण मिला तो मुझे दु:ख है की इसमे जातीय समीकरण बिगड़ा हुआ है.

मुझे ज्योतिरादित्य सिंधिया के अपने साथियों के साथ भाजपा में आने की एवं कांग्रेस के ध्वस्त होने की भारी खुशी है. किन्तु मंत्रिमंडल के गठन में मेरे सुझावों की पूर्णत: अनदेखी करना उन सबका अपमान है जिनसे में जुड़ी हुई हूँ इसलिये जैसे कि मैंने विनय सहस्रबुद्धे, सुहास भगत  एवं वी डी शर्मा से बात की है उसके अनुसार सूची में संशोधन कीजिये.

नाराज हुए दावेदार और उनके समर्थक 

मध्य प्रदेश में शिवराज मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही मंत्री न बनाए जाने पर मंत्री बनने के दावेदार कई वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री नाराज हो गए. इसको लेकर मंदसौर में प्रदर्शन हुआ तो इंंदौर में एक भाजपा कार्यकर्ता ने आत्मदाह का प्रयास भी किया.

पूर्व मंत्री हरीशंकर खटीक को जब यह जानकारी मिली कि उनका नाम मंत्रिमंडल की सूची में नहीं हैं, तो वे आज सुबह प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचे. यहां पर उन्होंने पदाधिकारियों से चर्चा की. खटीक का कहना था कि कांग्रेस से आए सिंधिया समर्थकों के कारण भाजपा संगठन तो बढ़ा हैं, इनके कारण ही हमारी सरकार भी बन पाई है.

ऐसे में सभी को मंत्री बनाया जाना संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि जो लायक थे, उन्हें मंत्री बनाया गया, वैसे हम भी काबिल हैं, मगर दुख नहीं है कि मंत्री नहीं बनाया गया. संगठन हमारी जो भूमिका तय करेगा आगे हम कार्य करेंगे.

पूर्व मंत्री  गौरीशंकर बिसेन मंत्री न बनाए जाने से नाराज हैं. उनका कहना है कि सिंधिया समर्थकों की वजह से उनका नाम कटा है. लेकिन, पार्टी ने जो फैसला लिया है, वह हमें स्वीकार है. वहीं मंदसौर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने यशपाल सिंह सिसौदिया को मंत्री न बनाये जाने पर प्रदर्शन किया.

तो इंदौर में एक भाजपा कार्यकर्ता ने रमेश मेंदोला को मंत्री न बनाये जाने पर आत्मदाह का प्रयास किया. आत्मदाह का प्रयास करने वालो को भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस ने बचा लिया. मंत्री न बनाये जाने के विरोध में उठ रहे विरोध के स्वरों के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज कुछ कार्यकर्ताओं को मंत्री बनाकर जवाबदारी दी गई है, बाकी को भी जवाबदारी दी जाएगी. हम सब पार्टी के प्रतिबद्ध कार्यकर्ता हैं.

टॅग्स :मध्य प्रदेशकांग्रेसभारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)ज्योतिरादित्य सिंधियाशिवराज सिंह चौहानजेपी नड्डाअमित शाहभोपाल
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